अमरावती

विद्यापीठ में ‘मलाईदार’ टेबल छोडने कोई तैयार नहीं

कुलसचिव के आदेश को दिखाई कचरे की टोकरी

अमरावती/दि.8 – स्थानीय संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ के सामान्य प्रशासन विभाग ने विगत 27 जनवरी को कुलसचिव डॉ. तुषार देशमुख के हस्ताक्षर से 85 कर्मचारियों की पद स्थापना व तबादलों को लेकर आदेश जारी किया. किंतु एक भी कर्मचारी अपनी पुरानी जगह छोडकर नई नियुक्तिवाले स्थान पर अब तक नहीं गया है. इसके पीछे वजह बताई जा रही है कि, कोई भी अपनी ‘आरामदायक’ कुर्सी और ‘मलाईदार’ टेबल को छोडना नहीं चाहता. ऐसे में तबादले को टालने और अपनी पुरानी जगह पर बने रहने के लिए कई लोग अब कर्मचारी संगठनों का आश्रय ले रहे है. साथ ही कुछ कर्मचारियों ने सांसद व विधायक के साथ अपने संबंधों को ‘कैश’ करने की जुगत भिडानी शुरू कर दी है.
पता चला है कि, कई कर्मचारी तो इस निर्णय तक पहुंच गये है कि, यदि जरूरत पडी तो वे सेवानिवृत्ति ले लेंगे, लेकिन तबादला स्वीकार नहीं करेंगे. वहीं एक नवनियुक्त अधिकारी ने तो सीधे प्राधिकरण सदस्य के पांव पकडकर खुद को बचाने की गुहार लगायी. साथ ही कई कर्मचारियों ने सांसद व विधायकों के यहां चक्कर काटने लगे है.
विशेष उल्लेखनीय यह है कि, ये तबादले विद्यापीठ के भीतर ही एक विभाग से दूसरे विभाग में हुए है. तब यह हाल है. यदि यही तबादले विद्यापीठ परिसर की बजाय संभाग के अन्य जिलों के लिए हुए होते, तो स्थलांतरित किये गये विद्यापीठ के अघिकारियों व कर्मचारियों ने क्या किया रहता. इसे लेकर खुद विद्यापीठ में विभिन्न तरह की चर्चाएं चल रही है.

सीनेट सदस्यों से लेकर राजनेताओं के यहा चक्कर

तबादला किये गये अधिकारियों व कर्मचारियों ने अपना तबादला रद्द करने के लिए सीनेट सदस्यों से लेकर राजनेताओें तक के यहां चक्कर लगाने शुरू कर दिये है और तबादले का आदेश जारी हुए दस दिन बीत जाने के बाद भी अब तक एक भी कर्मचारी नई नियुक्तिवाले स्थान पर पदस्थ नहीं हुआ है. कहा जा रहा है कि, कुलसचिव बेहद शांत व संयमी स्वभाववाले व्यक्ति है. जिसका विद्यापीठ के कर्मचारियों द्वारा कुछ हद तक गलत फायदा उठाया जा रहा है.

  • विद्यापीठ ने महाराष्ट्र नागरी सेवा नियम को स्वीकार किया है. ऐसे में प्रत्येक तीन वर्ष के दौरान तबादले की नीति व्याप्त अंतर्भूत है. तबादला किये गये अधिकारियों व कर्मचारियों को नई नियुक्तीवाले स्थान पर नियुक्त होना ही होगा. इसमें कोई संदेह नहीं है.
    – डॉ. तुषार देशमुख
    कुलसचिव, संगाबा अमरावती विवि

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