अमरावती

चांदूर बाजार नगरपालिका में स्थायी तौर पर सीओ नहीं

प्रभारी मुख्य अधिकारी के भरोसे चल रहा कामकाज

चांदूर बाजार/दि.28 – पिछले पांच से छह वर्षो के कार्यकाल में चांदूरबाजार नगरपालिका में स्थायी तौर पर मुख्य अधिकारी नहीं है. प्रभारी मुख्य अधिकारी के भरोसे कामकाज चलाया जा रहा है. अस्थायी मुख्य अधिकारी होने की वजह से शहर के विकास कार्य प्रभावित हुए है. गत पांच वर्षो में सात मुख्य अधिकारियों को नप का प्रभार सौंपा गया. चांदूर बाजार नप का समावेश क श्रेणी में किया गया है.
नगरपालिका में पदाधिकारी प्रशासन व अधिकारियों के बीच समन्वय स्थापित कर उनका समाधान करने वाला मुख्य अधिकारी का पद ही प्रभारी मुख्य अधिकारी के भरोसे पर है. नगरपालिका के कामकाज में मुख्य अधिकारी की भूमिका अहम होती है. महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाने के लिए नगरपालिका को एक सक्षम मुख्याधिकारी की जरुरत रहती है. किंतु पिछले पांच से छह सालों से चांदूर बाजार पालिका में स्थायी स्वरुप से मुख्य अधिकारी नहीं होने की वजह से विकास कार्य प्रभावित हो रहे है.
चांदूर बाजार नगरपालिका में पिछले पांच से छह वर्षो में जीतकुमार शेजव, विशाखा मोटघरे, पराग वानखडे यह स्थायी मुख्याधिकारी रह चुके है तथा प्रभारी मुख्य अधिकारी के तौर पर गुणवंत वाहुरवाघ (अमरावती प्रशासन अधिकारी), अब्दुल सत्तार (अचलपुर नप के सहायक मुख्य अधिकारी), रविंद्र पाटील (वरुड नप के मुख्य अधिकारी), प्रदीप जगताप (अचलपुर नप के मुख्य अधिकारी), श्रीकृष्ण वाहुरवाघ (अंजनगांव नगरपालिका के मुख्य अधिकारी) चांदूर बाजार नगरपालिका के मुख्य अधिकारी रह चुके है.
चांदूर बाजार नगरपालिका के सीधे जनता से हुए नगराध्यक्ष के चुनाव में भाजपा के रविंद्र पवार चुनकर आए थे. उनके आकास्मीक निधन से हुए रिक्त पद के लिए चुनाव में प्रहार, राकांपा तथा निर्दलिय गठबंधन के नितिन कोरडे, नगराध्यक्ष बने थे. उन्हें सिर्फ आठ माह का कार्यकाल मिला है. विकास कार्यो के लिए नगरपालिका में पर्याप्त निधि उपलब्ध है. जिससे कुछ काम भी शुरु है लेकिन स्थायी तौर पर मुख्य अधिकारी नहीं होने की वजह से परेशानियां आ रही है. फिलहाल चांदूर बाजार नप मुख्य अधिकारी पद पर वरुड के मुख्य अधिकारी रविंद्र पाटिल अस्थायी तौर पर मुख्य अधिकारी का कार्य संभाल रहे है.
चांदूर बाजार नगरपालिका में स्थायी तौर पर मुख्य अधिकारी की नियुक्ति की मांग अनेकों बार की गई है. अनेकों बार आंदोलन भी किए गए है. 2014 में पालिका के चुनाव के पश्चात सिर्फ डेढ साल के लिए पराग वानखडे ने स्थायी तौर पर मुख्य अधिकारी का पद संभाला था. फिलहाल वह लंबी छूट्टी पर चले जाने पर उनका कारभार वरुड के मुख्य अधिकारी रविंद्र पाटिल को सौंपा गया है. स्थायी तौर पर मुख्य अधिकारी की वजह से विकास कार्य प्रभावित होने की संभावना निर्माण हो रही है.

प्रभारियों के भरोसे नगरपालिका

चांदूर बाजार नगरपालिका में केवल मुख्य अधिकारी ही प्रभारी नहीं है बल्कि अन्य अधिकारी भी प्रभारी तौर पर कामकाज संभाल रहे है. चांदूर बाजार नगरपालिका फिलहाल प्रभारी अधिकारियों के भरोसे ही चल रही है. अनेक वर्षो से यहां लोकनिर्माण विभाग अभियंता का पद रिक्त है साथ ही अग्निशामक अधिकारी का पद भी रिक्त हुआ है. लोकनिर्माण विभाग का कामकाज भी प्रभारी अभियंता के भरोसे पर है. अभियंता का कारभार अंजनगांव के अभियंता प्रदीप शर्मा संभाल रहे है वह सप्ताह के कुछ ही दिन यहां आते है. अग्निशामक अधिकारी का प्रभार अचलपुर के अग्निशामक अधिकारी संकेत जोगदंड को सौंपा गया है. स्थायी तौर पर मुख्य अधिकारी व अन्य अधिकारी के अभाव में कर्मचारियों पर नियंत्रण नहीं रहने की वजह से नागरिकों के काम समय पर नहीं हो पा रहे है.

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