अमरावती

वैक्सीन का अभाव रहने के चलते निजी अस्पतालों में टीकाकरण नहीं

अमरावती/प्रतिनिधि दि.२८कोरोना महामारी के बदलते रुप और इसके चलते हो रही परेशानी से बचने का एकमात्र उपाय कोरोना टीकाकरण है. लेकिन टीकाकरण केवल सरकारी अस्पतालों में ही होेने को लेकर कई लोगों के मन में सवाल पैदा होता है कि आखिर कोरोना वैक्सीनेशन निजी अस्पतालों में क्यों नहीं हो रहा. इसका जवाब खोजने का प्रयास करने पर पता चला कि, कोरोना टीके उपलब्ध कराने वाली कंपनियों ने भारत सरकार के साथ करार किया है. पहले सरकार से किए गए करार के मुताबिक टीके उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है. राज्य में पहले कुछ दिनों तक निजी अस्पतालों को अनुमति थी लेकिन वैक्सीन के शार्टेंज के बाद सरकारी अस्पतालों में ही कोरोना टीकाकरण का आदेश सरकार द्बारा जारी किया गया.

  • सरकार के लिए स्टॉक पड रहा कम

कोरोना महामारी से बचाव में सक्षम कोवैक्सिन तथा कोविशिल्ड टीके बडे पैमाने पर लोगों को लगाए जा रहे हैं. फिलहाल की स्थिति मेें दोनों ही टीकों की जरुरी संख्या में आपूर्ति सरकार को ही नहीं कर पा रही है. ऐसे में निजी अस्पतालोें को टीका देने तथा लगाने का सवाल पैदा नहीं होता है. जिला शल्य चिकित्सक डॉ. श्यामसुंदर निकम के मुताबिक वैक्सीन की कमी के कारण ही निजी अस्पतालों में रोक लगाई गई है.

  • मुफ्त पर है सभी का जोर

केंद्र सरकार द्बारा 18 से 44 साल के सभी लोगों को मुफ्त में टीका देने की घोषणा की गई है. ऐसे में निजी अस्पताल में महंगा टीका लेने में किसी द्बारा उत्साह नहीं दिखाया जा रहा है. एक तो निजी अस्पतालों मेें टीका नहीं है, जहां होगा भी, वहां महंगा टीका लेने में किसी द्बारा उत्साह नहीं जताने के कारण तथा निजी अस्पतालों में वैक्सीन की उपलब्धता नहीं होने के कारण ही अमरावती में बंद है.
बॉक्स, फोटो डॉ. सोहेल बारी

  • राज्य सरकार का आदेश

इस बारे में बेस्ट मल्टी सुपर स्पेशालिटी के संचालक डॉ. सोहेल बारी ने बताया कि, पहले निजी अस्पतालों को वैक्सीनेशन की अनुमति थी. लेकिन जब वैक्सीन की किल्लत होने लगी तो राज्य सरकार द्बारा आदेश जारी करते हुए पहले सरकारी अस्पतालों को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया. इसके बाद निजी अस्पतालों में वैक्सीनेशन का काम रुक गया.

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