हव्याप्र ऑडिटोरियम का हुआ सोमेश्वर पुसतकर सभागृह नामकरण
जाणता राजा वेलफेअर सोसायटी ने की अनाथों 50 हजार की मदद
अमरावती/ दि.28- श्री हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल के ऑडिटोरियम का गुरुवार को स्वर्गीय सोमेश्वर पुसतकर सभागृह के रुप में नामकरण किया गया. इस नामकरण समारोह में पद्मश्री प्रभाकरराव वैद्य, पूर्व सांसद अनंत गुढे, पूर्व महापौर विलास इंगोले, मनपा सभागृह नेता तुषार भारतीय, प्रतिपक्ष नेता बबलू शेखावत, शिवसेना जिला प्रमुख दिनेश बूब, हव्याप्र मंडल के सचिव डॉ.माधुरी चेंडके, एड.चंदू कलोती, पार्षद प्रा.प्रशांत वानखडे, राजा मोरे, वृषाली पुसतकर प्रमुखता से मौजूद थी.
बता दें कि, शिवसेना के नेता स्व.सोमेश्वर पुसतकर के पहले स्मृति दिवस पर 2 अगस्त को हुए एक कार्यक्रम में हव्याप्र मंडल के ऑडिटोरियम को सोमेश्वर पुसतकर का नाम देेने की घोषणा प्रभाकरराव वैद्य ने की थी. गुरुवार 28 अक्तूबर को पुसतकर के जन्मदिवस पर यह नामकरण समारोह आयोजित किया गया. इस समय पुसतकर व्दारा स्थापित किये गए जाणता राजा वेलफेअर सोसायटी की ओर से ऋषभ व नेहा चव्हाण इन अनाथ भाई, बहन को 50 हजार रुपए की मदद की गई.
इस समय प्रभाकरराव वैद्य ने कहा कि सोमेश्वर पुसतकर ने सामाजिक कार्यों को हमेशा प्राथमिकता दी. उनके अचानक जाने से शहर को काफी नुकसान हुआ है. सोमेश्वर ने सामाजिक, सांस्कृतिक क्षेत्र में जितने भी कार्य किये है वह कार्य आगे भी चलते रहे, इसके लिए हव्याप्र की ओर से अधिकाधिक मदद भी दी जाएगी. कार्यक्रम में पूर्व सांसद अनंत गुढे ने सोमेश्वर पुसतकर की स्मृतियों को याद करते हुए कहा कि हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल के सभागृह को पुसतकर का नाम दिये जाने उनके कार्यों की यादें हमेशा बरकरार रहेगी और भावी पीढि को भी इससे प्रेरणा मिलेगी. पूर्व महापौर विलास इंगोले ने अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि सोमेश्वर पुसतकर व्दारा चलाए गए सभी समाजोपयोगी उपक्रम बरकरार रखने के लिए आझाद हिंद गणेश मंडल व वे स्वयं आवश्यक मदद करेंगे. प्रास्ताविक में अविनाश दुधे ने कहा कि सोमेश्वर पुसतकर मित्रमंडल की ओर से आगामी कुछ महिनों में व्याख्यान माला, कवि-गझल सम्मेलन व विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा.
कार्यक्रम में प्राचार्य देवनाथ, राजाभाऊ मोरे, प्रकाश संगेकर, प्राचार्य विजय दरणे, दिलीप कलोती, डॉ.किशोर फुले, दिलीप दाभाडे, राजन देशमुख, नंदू गुंबले, जयंत दलाल, वैभव कोनलाडे, वैभव दलाल, डॉ. श्रीकांत चेंडके, प्रा.संजय तिरथकर, अविनाश भडांगे, ज्ञानेश्वर हिवसे, सुरेश रतावा, मनोज भेले, प्रा.माहुलकर, प्रा.अडलोक, प्रा.तिरमनवार, निलेश लाठिया, सुनीता बालापुरे, निता वारेकर, त्रिदीप वानखडे, निदान बारस्कर, मदन पुसतकर, गोपाल पुसतकर, दत्ता पुसतकर, अशोक वारेकर, सुरेश पांडे, श्रीकृष्ण बालापुरे, महेश गट्टानी, शरद गडीकर, मयूर, जलतारे, राजू पिंजरकर, संतोष चिखलकर, दीपक तायडे, सचिन बालापुरे, भुषण पुसतकर, रेवण पुसतक प्रमुखता से उपस्थित थे.