गाडगे बाबा के विचार आगे बढाने वाले प्रशांत देशमुख का पद्मश्री पुरस्कार के लिए नामांकन
महाराष्ट्र से व्यापक जन समर्थन केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी व डीसीएम फडणवीस की सिफारिश
अमरावती/दि.17- कर्मयोगी व वैराग्यमूर्ति गाडगे महाराज के विचारों को व्यापक रुप से मुंबई की गाडगे महाराज धर्मशाला के माध्यम से देशभर में पहुंचाने वाले प्रशांत गोविंदराव देशमुख का पद्मश्री पुरस्कार के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय के पास नामांकन दाखिल किया गया है. इसके लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी व राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी सिफारिश की है.
कर्मयोगी गाडगे महाराज ने दशसूत्री के माध्यम से मानव कल्याण की नई व्याख्या समाज को दी. संपूर्ण महाराष्ट्र राज्य में गाडगे महाराज ने शाला, आश्रमशाला, धर्मशाला, सदावर्ते, अन्नछत्र शुरु कर गरीब नागरिकों की सेवा की. उनके विचार समाज में अधिक प्रभावी रुप से पहुंचाने के लिए दादर की धर्मशाला के माध्यम से प्रयास करने वाले प्रशांत देशमुख तीन दशक से कैंसर के मरीजों के लिए माता-पिता के रुप में काम कर रहे हैं. मुंबई के टाटा ट्रस्ट के कैंसर हॉस्पिटल में उपचार के लिए आनेवाले कैंसर के मरीजों की दादर की धर्मशाला में निवास की सुविधा करना, वैद्यकीय उपचार के लिए सहायता करना, अन्नछत्र के माध्यम से नि:शुल्क भोजन की सुविधा करना आदि कार्य प्रशांत देशमुख निरंतर कर रहे हैं. इस बात को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, राज्य के उपमुख्यमंत्री व गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस, सांसद मनोज कोटक, सांसद मनोज तिवारी, पूर्व मंत्री सुभाष देशमुख ने वैसी सिफारिश केंद्रीय गृह मंत्रालय के पास की है. इन बातों को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार व्दारा प्रशांत देशमुख को पद्मश्री पुरस्कार देकर गौरान्वित करने की मांग राज्य के सामाजिक व शैक्षणिक क्षेत्र से होने लगी है.