चांदुर रेल्वे में पटवारी संघ का असहयोग व धरना आंदोलन
चांदुर रेल्वे/दि.19– विदर्भ पटवारी संघ ने अपनी प्रमुख मांग के साथ पटवारी स्तर के आर्थिक तथा सेवाविषयक प्रलंबित मांगों को लेकर जिला अधिकारी और सरकार को कईबार निवेदन दिया गया, किंतु मांगो को गंभीरतापूर्वक न लेकर ध्यान नहीं दिया जा रहा. इसलिए तहसील के सभी पटवारियों ने असहयोग आंदोलन शुरु कर कार्यालय में एक दिवसीय धरना आंदोलन सुरू कर दिया है.
विदर्भ व पटवारी संघ ने पटवारीयो के विविध मांगों को लेकर स्थानिक अधिकारियों,जिलाधिकारी को ज्ञापन दिए. जिसमें पटवारी से मंडल अधिकारी पद पर पदोन्नत अत्य आधुनिक लैपटॉप और पिंन्टर और स्कैनर उपलब्ध करना, विभागीय चौकसी प्रलंबित प्रकरण जल्द से जल्द छुड़ाना,पटवारी सेवा पुस्तक अध्यावत कर प्रत देना ऐसे विषयों को लेकर सरकार और स्थानिक अधिकारी को निवेदन दिये पर सरकार और स्थानीय अधिकारियों की और से कोई ठोस कदम न उठाने तथा मांगो को पूरा न करने से 17 और 18 अक्टूबर को कालाफीता लगाकर काम किया तथा 19 अक्टूबर को तहसील कार्यालय के सामने घोषणा बाजी कर ठिया आंदोलन किया.
इसी श्रृंखला में 25 अक्टूबर को जिलाधिकारी कार्यालय पर ठिया आंदोलन और वाटसप ग्रुप से बाहर निकलना,30 अक्टूबर को डिएससी शासन दरबार में जमा करना, 03 नोव्हेंबर 2023 से सामूहिक छुट्टी पर जाना इस तरह से आंदोलन की रुपरेखा तय की गई है. सरकार पटवारी संघ की मांगो पर ध्यान नहीं देती तो आंदोलन तीव्र किया जायेगा. ऐसी जानकारी पटवारी संघ के तहसील अध्यक्ष पटवारी प्रफुल्ल गेडाम ने दी. इस समय विजय चव्हाण,अरविन्द सराड,योगेश वंजारी,अजय देशमुख,चेतन तामगाडगे,नितिन थोटे,करूणा खाजोने,सरीता मांजरे,प्रिती बाजड,प्रिती पिहुलकर,शितल पलसपगार तथा अन्य पटवारी उपस्थित थे.