वेलेंटाइन डे के नाम पर होने वाले गैर प्रकार रोके
हिंदु जनजागृति समिति की जिलाधिकारी से मांग
अमरावती/ दि.9– पिछले कुछ वर्षों में 14 फरवरी का दिन वेलेंटाइन डे के रुप में मनाने की पाश्चात कुप्रथा भारत में भी शुरु हुई है. पाश्चात लोगों ने व्यवसाय के लाभ के लिए प्रेम के नाम पर रखी यह विकृत संकल्पना युवा पीढी भोगवाद व अनैतिकता में दब रहे है. वेलेंटाइन डे के समय प्यार को गलत तरीके से प्रस्तुत करते है. एक तरफा प्यार में लडकियों को छेडछाड व अहिंसक घटनाएं भी होती है, ऐसी कुप्रथा के नाम पर होने वाले गैर प्रकार पर अंकुश लगाने के लिए प्रतिबंधात्मक उपाय योजना करे, ऐसी मांग को लेकर हिंदु जनजागृति समिति ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा.
सौंपे ज्ञापन में हिंदु जनजागृति समिति ने कहा है कि, इस दिन होने वाली पार्टियों में शराब, धुम्रपान, अमली पदार्थ का सेवन ऐसे मामले ज्यादा होते है. इतना ही नहीं तो इस दिन अनैतिक संबंध भी काफी देखने को मिलते है. वेलेंटाइन दिन के दिन लडकियों पर प्रभाव डालने के लिए तेज गति से वाहन चलाते है, जिससे सडक दुर्घटनाएं भी काफी होती है. कुछ धर्मांध युवक युवतियों को झूठे नाम बताकर लव जिहाद में खिंचते है. इसके कारण पुलिस प्रशासन पर भी तनाव बढता हेै. फिलहाल देश में प्रति 18 मिनट में एक बलात्कार की घटना सामने आ रही है. महिलाओं पर अत्याचार के भयावह आंकडे इस बारे में प्रतिबंधात्मक उपाय करना बेहद जरुरी होने की बात बताते है. इस तरह के गैर प्रकार पर अंकुश लगाने के लिए विभिन्न आध्यात्मिक व समाजसेवी संगठनाएं इस संस्कृति का विरोध करते हुए भारतीय प्रथा का पालन करने के लिए आह्वान कर रही है. इस तरह की कुप्रथा पर अंकुश लगाने की मांग भी सौंपे ज्ञापन के माध्यम से की गई.