152 पराजीतों में से किसी प्रत्याशी ने नतीजों को लेकर नहीं उठाई आपत्ति
जिला प्रशासन ने दी थी 29 नवंबर तक मोहलत
* अगले डेढ माह तक ईवीएम में सुरक्षित रहेगा डेटा
* सभी ईवीएम अब भी स्ट्राँग रुम में सुरक्षित
अमरावती/दि.3– जिले के 8 निर्वाचन क्षेत्र से कुल 160 प्रत्याशियों ने विधानसभा का चुनाव लडा था. जिनमें से 8 प्रत्याशी तो विजयी होकर विधायक निर्वाचित हुए. वहीं 152 उम्मीदवारों को हार का सामना करना पडा. जिन्हें चुनावी नतीजों पर आपत्ति उठाने हेतु 29 नवंबर तक का समय दिया गया था. परंतु पराजीत होने वाले 152 उम्मीदवारों में से एक भी प्रत्याशी ने चुनावी नतीजों को लेकर अपनी आपत्ति दर्ज नहीं कराई है. हालांकि इसके बावजूद सभी ईवीएम मशीनों के डेटा को अगले डेढ माह तक यानि 45 दिनों तक कडी सुरक्षा व्यवस्था के बीच स्ट्राँग रुम में सुरक्षित रखा जाएगा. लेकिन अब यदि किसी पराजीत प्रत्याशी द्वारा चुनावी नतीजे को लेकर आपत्ति दर्ज कराई जाती भी है, तो अंतिम तिथि के बीत जाने की वजह से अब संंबंधित प्रत्याशी को ईवीएम का डेटा नहीं दिया जाएगा.
बता दें कि, 20 नवंबर को विधानसभा चुनाव हेतु मतदान कराया गया था. जिसके उपरान्त 23 नवंबर को मतगणना करते हुए चुनाव नतीजे घोषित किये गये नतीजे घोषित होने के बाद एक तय समय के भीतर उम्मीदवारों द्वारा ईवीएम मशीन सहित चुनावी नतीजों को लेकर अपनी आपत्ति दर्ज कराई जा सकती है. जिसके लिए निर्वाचन आयोग की ओर से जारी गाइड लाइन के तहत आपत्ति दर्ज कराने हेतु एक प्रक्रिया निर्धारित है. चुनाव आयोग द्वारातय मापदंडों के अनुसार चुनाव में दूसरे व तीसरे स्थान पर रहने वाले उम्मीदवार कुल मतदान केंद्रों में से 5 फीसद मतदान केंद्रों की ईवीएम मशीनों के सत्यापन की मांग कर सकते है. साथ ही उन मतदान केंद्रों की वोटींग मशीनों पर मतदान का प्रात्याक्षिक कर डाले गये वोटों व विविपैट के मिलान का सत्यापन भी करा सकते है. इस हेतु प्रत्येक मशीन की जांच के लिए 40 हजार रुपए के शुल्क व 18 फीसद जीएसटी मिलाकर कुल 47 हजार 200 रुपए का शुल्क अदा करना होता है. विगत 23 नवंबर को हुई मतगणना के बाद निर्वाचन विभाग ने आपत्ति दर्ज कराने हेतु 29 नवंबर की अंतिम तिथि तय की थी. इस दौरान किसी भी प्रत्याशी द्वारा चुनावी नतीजें या ईवीएम मशीनों को लेकर अपनी कोई आपत्ति दर्ज नहीं करायी है.