दुपहिया पर डबल-ट्रिपल नहीं, ‘पांचबल’ सीट!
नाबालिग स्कूली छात्रों का वीडियो हुआ सोशल मीडिया पर वायरल
* यातायात पुलिस ने मोटर साइकिल की जब्त, 7 हजार का जुर्माना भी लगाया
अमरावती /दि.8– सोशल मीडिया साईट्स यू-ट्यूब पर विगत दिनों एक वीडियो वायरल हुआ था. जिसमें एक दुपहिया वाहन पर 5 शालेय छात्र सवार थे. इस वीडियो पर नजर पडते हुए शहर पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी ने इसे बेहद गंभीरता से लिया तथा इसे लेकर डीसीपी सागर पाटिल व परिवहन शाखा के प्रभारी सहायक पुलिस आयुक्त मनीष ठाकरे को तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया. जिसके बाद वीडियो में दिखाई दे रहे दुपहिया के वाहन क्रमांक के आधार पर पुलिस ने उस वाहन के मौजूदा मालिक को खोज निकाला तथा दुपहिया वाहन को जब्त करने के साथ ही बच्चों के अभिभावकों पर 7 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया. विशेष उल्लेखनीय है कि, इस मामले में वीडियो में दिखाई दे रहे दुपहिया वाहन के मालिक और दुपहिया पर सवार बच्चों को खोज निकालना पुलिस के लिए काफी चुनौती भरा काम रहा. क्योंकि उक्त दुपहिया वाहन को कई बार अलग-अलग लोगों को बेचा जा चुका था. ऐसे में जांच के दौरान पुलिस ने इस दुपहिया के कई अलग-अलग मालिकों से संपर्क किया और फिर मौजूदा मालिक तक पहुंच बनाई जा सकी.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक यू-ट्यूब पर वायरल हुए वीडियो में दिखाई दे रहे दुपहिया वाहन का क्रमांक एमएच-27/ए-5140 दिखाई दिया था. जिसके आधार पर पुलिस ने पता लगाया कि, यह वाहन अचलपुर निवासी मोहम्मद अंसार नामक व्यक्ति के नाम पर पंजीकृत है, तो पुलिस ने मो. अंसार से संपर्क किया. तब मो. अंसार ने बताया कि, उसने तो उक्त वाहन चार साल पहले अमरावती के राहुल नगर में रहने वाले शेख सादिक शेख रजा को बेच दिया था. लेकिन इन दिनों शेख सादिक राजस्थान में रहता है. ऐसे में शेख सादिक के संपर्क सूत्र खंगालते हुए उससे वायरल वीडियो में दिखाई दे रहे दुपहिया वाहन के बारे में पूछताछ की गई, तो पता चला कि, उसने उक्त वाहन को जेल क्वॉर्टर में रहने वाले भुरा नामक व्यक्ति को बेच दिया था. जिसके पूरे नाम व पते के बारे में उसे कोई जानकारी नहीं है. ऐसे में शहर यातायात पुलिस ने जेल क्वॉर्टर परिसर में रहने वाले भुरा नामक व्यक्ति को महत प्रयास करते हुए खोज निकाला, तो उसने अपना नाम इलियास खान सत्तार खान बताया. साथ ही जब इलियास खान को यू-ट्यूब चैनल पर वायरल हो रहा वीडियो दिखाया गया, तो उसने यह स्वीकार किया कि, वीडियो में दिखाई दे रहा दुपहिया वाहन उसका ही है. साथ ही दुपहिया पर सवार 5 बच्चों में से 2 बच्चे उसके ही बेटे है, जो श्री शिवाजी बहुउद्देशीय शैक्षणिक संस्था में पढते है और अक्सर ही दुपहिया वाहन लेकर स्कूल आना-जाना करते है. संभवत: उन्होंने अपने 3 अन्य सहपाठियों को भी अपने दुपहिया वाहन पर बिठा लिया था.
चूंकि नाबालिग बच्चों को चलाने हेतु दुपहिया वाहन देना कानूनी अपराध है तथा इस मामले में इस नियम का उल्लंघन होने के साथ ही दुपहिया वाहन पर 5 नाबालिग बच्चे सवार थे. जिन्होंने अपने साथ ही रास्ते से गुजर रहे अन्य लोगों के लिए भी खतरा पैदा किया था. जिसके चलते वाहन मालिक के खिलाफ मोटर वाहन अधिनियम की धारा 4 (1), 181, 120 व 115 के तहत मामला दर्ज किया गया. साथ ही 7 हजार रुपए का जुर्माना लगाते हुए दुपहिया वाहन को शहर यातायात पुलिस की पूर्व शाखा में लाकर डिटेन कर दिया गया.
* नाबालिग बच्चों को चलाने हेतु न दें वाहन
अमरावती शहर पुलिस आयुक्तालय तथा यातायात पुलिस विभाग द्वारा आये दिन सडक सुरक्षा व सुरक्षित यातायात को लेकर जनजागृति की जाती है. जिसके तहत यह बताया जाता है कि, कोई भी अभिभावक अपने नाबालिग बच्चों को चलाने हेतु दुपहिया व चारपहिया वाहन न दें. क्योंकि ऐसा करना बच्चों के साथ ही सडक से गुजरने वाले अन्य लोगों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है. साथ ही ऐसी स्थिति पाये जाने पर यातायात पुलिस विभाग द्वारा संबंधितोंके खिलाफ कानूनी व दंडात्मक कार्रवाई करते हुए वाहन को जब्त भी किया जा सकता है. अत: सभी लोगों ने यातायात नियमों का कडाई से पालन करना चाहिए.