अमरावतीमहाराष्ट्र

कैफे, रेस्तरां की कैबिन में कॉलेज के ही नहीं बल्कि स्कूली छात्र-छात्राएं भी !

300 से 500 रुपए में बिताते है एक घंटा

* शहर पुलिस ने कार्रवाई की तेज
अमरावती/दि.12-शहर पुलिस के महिला सेल ने पिछले सप्ताह में कैफे की आड में छात्र-छात्राओं को सशुल्क पनाह देने वाले तीन कैफे पर कार्रवाई की. वहां 10 युगल अश्लिल कृत्य करते पाए गए. इनमें में अधिकांश युवक-युवतियों की पीठ पर कॉलेज बैग पाई गई, तो कुछ कक्षा 8 वीं से 10 वीं लडकियां तो स्कूल के यूनिफॉर्म में दिखाई दी. अब स्कूली छात्र-छात्राएं भी कैफे व रेस्तरां में अश्लिल हरकत करते पकडे गए. उनकी इस हरकत को सोशल मीडिया का ज्यादा इस्तेमाल कारण है, ऐसा निरीक्षण पुलिस ने दर्ज किया है.
प्रति घंटा 250, 300 व 500 रुपए लेकर कैफे की आड में युवाओं को अश्लिल कृत्य के लिए कैबिन उपलब्ध कराने वाले कैफेचालक पुलिस की रडार पर आए है. उस श्रृंखला में शहर पुलिस ने 4 सितंबर को गाडगे नगर के दो कैफे, 5 सितंबर को राजापेठ क्षेत्र के एक रेस्तरों में छापा मारा. तथा 19 अगस्त को एक कैफे पर छापा मारकर कैफे की आड में स्वतंत्र कैबिन में अश्लिल हरकत करने वाले कुछ युवाओं को पकडा था. इसके पहले 3 अगस्त को साईनगर के दो कैफे में से सात युगलों को पकडा गया था. पुलिस ने यह कार्रवाई तेज कर दी है.

* केवल कॉलेजियन्स को प्रवेश
शहर के कुछ कैफे में केवल कॉलेज के छात्रों को ही प्रवेश दिया जाता है. अगर कोई 30-40 साल की व्यक्ति गई तो उसे प्रवेश नहीं दिया जाता. कॉलेज के युवा लेक्चर बंक करके घंटो ऐसे कैफे में बैठे दिखाई देते है. पंचवटी रोड, गाडगे नगर, शेगावनाका, मोर्शी रोड, कैम्प, साईनगर, अकोली रोड, राजापेठ, जुना बायपास, सहकार नगर, कठोरा रोड इन क्षेत्रों में कॉफी हाउस का धंदा जोरों पर है.

* साईनगर में कैफे, लेकिन कॉफी नहीं
साईनगर क्षेत्र के एक कैफे में लडके-लडकियों के लिए बैठने की खास व्यवस्था दिखाई दी. हालांकि, वहां कॉफी नहीं मिलती. पुलिस को वहां कीचन दिखाई नहीं दिया. 300 रुपए घंटे के मुताबिक लेने के बाद काउंटरपर की महिला ऑर्डर के हिसाब से दूसरे स्थान से कॉफी व अन्य खाद्यान्न उपलब्ध करने की बात निरीक्षण दौरान दर्ज की गई.

मुलाहिजा नहीं, कडी कार्रवाई
शहर के कुछ कैफेचालक कैफे की आड में कुछ युवक-युवतियों को घंटा, दो घंटा बैठने के लिए जगह उपलब्ध कराने का प्रकार बार-बार निदर्शन में आ रहा है. इस संबंध में निरंतर कार्रवाई भी की जा रही है. पैसे देकर प्राप्त किए एकांत को सोशल मीडिया का अधिक इस्तेमाल कारण बन रहा है.
-नवीनचंद्र रेड्डी, पुलिस आयुक्त

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