अमरावती

सालभर में एक नहीं चार फर्जी ‘पीआर कार्ड’ बने

पुलिस के साथ ही भूमि अभिलेख अधिकारियों से समांतर जांच शुरु

  • नागरिकों को संपत्ति पंजीयन बाबत सतर्क होने की जरुरत

अमरावती/दि.9 – शहर के कैम्प जैसे प्रतिष्ठित परिसर के करोडों के भूखंड के फर्जी पीआर कार्ड तैयार कर उस भूखंड की बिक्री करने का मामला महिनेभर पहले सामने आया था. इस बीच इस प्रकार के बाद भूमि अभिलेख से 2019-20 इस वर्ष में और तीन से चार भूखंड के फर्जी पीआर कार्ड तैयार हुए, इस तरह की सनसनीखेज जानकारी नये सिरे से सामने आयी. जिससे शहर में और कितने फर्जी पीआर कार्ड तैयार हुए होंगे, ऐसी चर्चा सर्वसामान्यों में शुरु है. इस मामले से अपनी संपत्ति अपने ही नाम से है या नहीं इसकी जांच पडताल करना अब जरुरी हुआ है.
संपत्ति का समूचा ब्यौरा पीआर कार्ड में रहता है और संपत्ति संबंधि का महत्वपूर्ण शासकीय दस्तावेज के रुप पीआर कार्ड रहता है. खरीदी, बिक्री व्यवहार के समय पीआर कार्ड रहने के बाद अन्य कागजातों की कोई खास जरुरत महसूस नहीं होती. इस बीच पीआर कार्ड भूमि अभिलेख कार्यालय से संपत्ति धारकों को मिलता है. इस बीच शहर के कैम्प परिसर के 7 हजार 98 वर्ग फीट भूखंड का पीआर कार्ड मूल मालिक को परभारे बाजू में हटाकर प्रकाश विठोबा ठाकरे नामक व्यक्ति के नाम से तैयार किया और ठाकरे को नकली मालिक बनाकर इस भूखंड की बिक्री भी हुई. यह मामला सामने आने के बाद शहर के अनेक संपत्ति धारकों को धक्का लगा है. उसी कारण तीन से चार संपत्ति धारकों ने भूमि अभिलेख में जाकर जांच पडताल की और उन्होंने शिकायत अर्जी की. उस समय 2019-20 इस वर्ष में और तीन भूखंड के ऐसी ही बोगस पीआर कार्ड भूमि अभिलेख कार्यालय में तैयार हुए है. यह तैयार करने के पीछे कार्यालय के किस किस का हाथ है, इस बाबत जांच शुरु है. 7098 वर्ग फीट भूखंड के बोगस पीआर कार्ड मामले में अपराध दर्ज हुआ है. उस मामले की जांच आर्थिक अपराध शाखा की ओर से शुरु है. इस जांच में अब तक पुलिस ने दलाल संदीप राठी द्वारा खडे किये भूखंडा का नकली मालिक प्रकाश ठाकरे व कनिष्ठ लिपिक स्वपील उंबरकर इन तीनों को गिरफ्तार किया है. यह मामला सामने आने से ही भूमि अभिलेख कार्यालय ने भी अपने कार्यालय में निश्चित क्या हो रहा है, इसकी जांच करना शुरु किया है. कुछ संपत्ति धारकों ने शिकायत अर्जी की थी. वह जांच के दौरान तीन से चार फर्जी पीआर कार्ड तैयार होने की बात सामने आयी है. नए सिरे से पाये गए इस तीन से चार पीआर कार्ड संदर्भ में कार्यालयीन जांच अंतिम चरण में है. पूर्ण होने के बाद जानकारी देंगे, ऐसा भूमि अभिलेख अधिकारी ने बताया.

जांच शुरु, शिकायत आयी तो कार्रवाई अटल

कैम्प परिसर के भूखंड के फर्जी पीआर कार्ड मामले में हमने अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. इस मामले में जांच शुरु है. इस बीच अब नये सिरे से कुछ फर्जी पीआर कार्ड बनने की बात सामने आयी है और संबंधितों ने इस तरह की शिकायत हमारे पास की तो उस मामले की भी विस्तृत जांच कर उसका सूत्रधार कौन, इसका भी पता लगाया जाएगा. धोखाधडी करने वाला कोई भी रहे, लेकिन अब वह नहीं बचेगा यह निश्चित.
– शिवाजी बचाटे, पुलिस निरीक्षक, आर्थिक अपराध शाखा

तीन से चार फर्जी पीआर कार्ड तैयार होने की जानकारी

एक बोगस पीआर कार्ड तैयार होने की बात सामने आने पर हमने इस मामले की अंतर्गत जांच शुरु की है. इस दौरान कुछ शिकायतें प्राप्त हुई. उन शिकायतों की जांच की तब 2019-20 में और तीन से चार फर्जी पीआर कार्ड तैयार हुए है. इस बाबत विस्तृत जानकारी आने वाले दिनों में बतायेंगे.
– अनिल फु लझेले, उपअधिक्षक, भूमि अभिलेख

Related Articles

Back to top button