अमरावती

शहर में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जींग स्टेशन ही नहीं

फिलहाल घरेलू इलेक्ट्रीक का हो रहा प्रयोग

फ्लैटधारकों को करना पड रहा विभिन्न समस्याओं का सामना
अमरावती-/ दि.15 पेट्रोल व डीजल की बढती दरों के साथ-साथ नई टेक्नॉलॉजी की वजह से इन दिनों इलेक्ट्रीक से चार्ज होकर बैटरी पर चलनेवाले दुपहिया व चारपहिया वाहनों के प्रयोग का चलन बढ गया है. परंतु इन वाहनों की बैटरी को चार्ज करने के लिए शहर में कहीं पर भी चार्जींग स्टेशन उपलब्ध नहीं है. ऐसे में लोगों को अपने घरेलू प्रयोगवाली बिजली पर ही अपने इलेक्ट्रीक वाहनों को चार्ज करना पड रहा है. लेकिन इस काम के लिए अपार्टमेंट और फ्लैट में रहनेवाले लोगों को काफी समस्याओं और दिक्कतोें का सामना करना पडता है, क्योंकि उनके घर उपरी मंजिलों पर होते है और उनके वाहन निचली मंजील पर स्थित पार्किंग में खडे रहते है. ऐसे में घर से वाहन तक चार्जींग के लिए वायरिंग और प्लग पहुंचाना भी काफी लंबा-चौडा काम होता है. ऐसे में पेट्रोल पंपों की तरह शहर में अलग-अलग स्थानों पर चार्जींग स्टेशन शुरू किये जाने की जरूरत प्रतिपादित की जा रही है.
उल्लेखनीय है कि, इलेक्ट्रीक वाहनों की वजह से देश सहित वैश्विक स्तर पर पेट्रोल व डीजल जैसे इंधनों पर निर्भरता घटेगी. साथ ही इन इंधनों की वजह से होनेवाला कार्बन उत्सर्जन घटने के चलते प्रदूषण का प्रमाण भी घटेगा. इसके साथ ही पर्यावरणपूरक रहनेवाली बिजली के चलते इंधन पर होनेवाला खर्च और वाहनोें की देखभाल पर होनवाला खर्च भी घटेगा. इन तमाम बातों के मद्देनजर भारत सरकार ने वर्ष 2030 तक देश को ‘इलेक्ट्रीक व्हेईकल नेशन’ बनाने की योजना तैयार की है. जिसके अमरावती शहर में शानदार परिणाम दिखाई दे रहे है. क्योंकि अब अमरावती शहर में इलेक्ट्रीक वाहनों की संख्या धीरे-धीरे बढ रही है. जिनमें दुपहिया व चारपहिया सहित तिपहिया वाहनों का भी समावेश है. परंतु अब भी शहर में कहीं पर भी चार्जींग स्टेशन उपलब्ध नहीं है. हालांकि शहर में नागरिकों एवं संस्थाओं को चार्जींग स्टेशन स्थापित करने हेतु प्रोत्साहित करने के लिए महानगरपालिका द्वारा कर में छूट दिये जाने की घोषणा मनपा द्वारा पहले ही की जा चुकी है. इसके बावजूद शहर में अब तक कहीं पर भी इलेक्ट्रिक वाहनों की चार्जींग करने हेतु चार्जींग स्टेशन शुरू नहीं किया जा सका है.

शहर में 1 हजार से अधिक इलेक्ट्रीक वाहन
शहर सहित जिले में इस समय इलेक्ट्रीक वाहनों की संख्या एक हजार से अधिक हो चुकी है. परंतु इन वाहनों की बैटरी को चार्ज करने के लिए कहीं पर भी चार्जींग स्टेशन नहीं है. जिसके चलते लोगों को अपने वाहन अपने ही घरों पर चार्ज करने पड रहे है. लेकिन इसमें फ्लैट व अपार्टमेंट में रहनेवाले लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड रहा है.

इलेक्ट्रीक वाहन संख्या
2,270  –  दुपहिया
78  –  तीन पहिया
46  –  चार पहिया

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