अमरावती

मुंछ भी नहीं निकली और चोरी, डाके के अपराध में लिप्त

अमरावती/ दि.6 – पिछले पांच माह में जिले में 300 से अधिक चोरी की घटनाएं उजागर हुई है. इसमें जो बच्चों की मुंछ भी नहीं निकल पायी है, ऐसे नाबालिग चोर अपराधिक गतिविधियों में लिप्त हो गए है. कई बालक अपना शौक पुरा करने के लिए चोरी का रास्ता एख्तियार करते है, ऐसी चौकाने वाली सनसनीखेज तस्वीर सामने आयी है.
* नाबालिग लडके अपराधों की ओर क्यों बढते?
नाबालिग बच्चों के हाथों होने वाले अपराध विश्व की समस्या बन गई है. इसमें अमरावती शहर भी अछूता नहीं है. नाबालिग बालकों की संख्या तेजी से बढती जा रही है. बालकों को अपराधिक गतिविधियों से दूर रखने के लिए बडे प्रयास की जरुरत है. बाल अपराधों की मुहर लगने के बाद बच्चें धीरे-धीरे अपराध जगत की ओर बढने लगते है. अपराधी बनने का पहला कदम सरकार ने रोकने के लिए विशेष प्रयास करना चाहिए.
* 200 कुख्यात आरोपी गिरफ्तार
चालू वर्ष के पहले पांच माह में ग्रामीण पुलिस ने 200 से अधिक कुख्यात चोरों को गिरफ्तार किया. चोरों से अपराध कबुल कराने में पुलिस को सफलता मिली है. चोरों के पास से लाखों रुपयों का माल भी बरामद किया गया. स्थानीय अपराध शाखा पुलिस इस दिशा में विशेष प्रयास कर रही है.
* एमपीडीए तडीपारी की कार्रवाई
ग्रामीण पुलिस अधिक्षक अविनाश बारगल के नेतृत्व में इस वर्ष पहले पांच माह में तीन लोगों के खिलाफ एमपीडीए कार्रवाई की गई. उन्हें जेल की सलाखों के पीछे रवाना किया गया और कई लोगों के खिलाफ तडीपारी की कार्रवाई की गई.
* चोरी में नाबालिगों का समावेश
घरों, दुकानों में चोरी, वाहन चोरी की कुछ घटनाओं में नाबालिग बालकों का समावेश पाया गया. वाहन चोरी करने से पहले रेकी करने के लिए भी नाबालिग बालकों का उपयोग किया जाता है, यह बात कुछ अपराधों में स्पष्ट हुई है. नाबालिग बालकों का चोरी की कही घटनाओं में समावेश रहा है. कई बार गिरफ्तारी के बाद नाबालिग बालकों ने केवल अपना शौक पुरा करने के लिए चोरी का रास्ता एख्तियार किया है, ऐसा भी कबुल किया है. जो आश्चर्यजनक और समाज के लिए घातक है.

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