अमरावती

विधि मंडल के सचिवालय से सभापति को नोटीस

22 फरवरी तक मांगा जवाब

  • राजशिष्टाचार के उल्लंघन का मामला

अमरावती/दि.17 – राजशिष्टाचार उल्लंघन के मामले में विधिमंडल सचिवालय ने जिला परिषद के निर्माण कार्य सभापति सुरेश निकम को नोटीस धमाया है. आगामी 22 फरवरी तक उसपर जवाब मांगा है. धामणगांव रेलवे के विधायक प्रताप अडसड ने इस बारे में विधानसभा अध्यक्ष के पास शिकायत दर्ज कराई थी.
धामणगांव रेलवे, नांदगांव खंडेश्वर व चांदूर रेलवे तहसील के कुछ गांव में राज्य शासन की निधि से कुछ विकास काम हुए है. उन विकास कामों का भूमिपूजन पिछले माह 9 व 10 तारीख को की गई थी. नियमानुसार ऐसे भूमिपूजन के लिए संबंधित क्षेत्र के जनप्रतिनिधि को आमंत्रित करना जरुरी है, मगर ऐसा नहीं किया गया. इसके कारण इस मामले में राजशिष्टाचार का अपमान किया गया, ऐसा विधायक अडसड का कहना है. उनके अनुसार सभापति निमकर ने जिला परिषद के निर्माण कार्य विभाग को लिखित पत्र देकर ऐसा करने लगाया. निर्माण कार्य के भूमिपूजन हेतु विद्यमान की जगह पूर्व विधायक को निमंत्रित किया जाए, ऐसा लिखित पत्र उन्होंने कार्यकारी अभियंता विजय वाट को दिया है. यह बात समझ आने के बाद जिला परिषद के भाजपा सदस्य रविंद्र मुंदे ने दी. निर्माण कार्य विभाग को लिखित पत्र दिया था. निर्माण कार्य सभापति ने लिखे पत्र के कारण राजशिष्टाचार का कैसे अपमान होता है, यह भी उस पत्र में उल्लेख किया है. परंतु उसपर इस विभाग में वैसा कृत्य किया गया.इसके कारण विधायक ने विधासभा अध्यक्ष से शिकायत की थी. उस शिकायत के आधार पर विधिमंडल सचिवालय के उपसचिव शिवदर्शन साठ्ये ने पत्र देते हुए निर्माण कार्य सभापति ने 22 तक जवाब देने का कहा है. इस पत्र को लेकर निमकर क्या भूमिका अपनाते है, यह जानने का प्रयास किया गया, परंतु उनसे संपर्क नहीं हो सका.

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