अब प्रतिवर्ष 100 आदिवासी संशोधकों को मिलेगी फेलोशीप
9 माह से मंत्रालय में अटकी फाइल को मिली मंजूरी, सरकारी आदेश जारी
अमरावती/दि.8 – आदिवासी क्षेत्र में सामाजिक व आर्थिक बदलाव की प्रक्रिया को गतिमान करने के साथ ही आदिवासी जनजातियों को सघन अध्ययन करने हेतु प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से अब प्रतिवर्ष अनुसूचित जनजाती के 100 संशोधक विद्यार्थियों को अभिछात्रवृत्ति यानि फेलोशीप मिला करेगी. इससे संबंधित फाइल विगत 9 माह से मंत्रालय में अटकी हुई थी. जिसे अब मंजूरी मिल गई है. साथ ही इसे लेकर आदिवासी विकास विभाग ने सरकारी निर्णय भी जारी कर दिया.
उल्लेखनीय है कि, आदिवासी समाज के संशोधक विद्यार्थियों को फेलोशीप नहीं मिला करती थी. जिसके चलते आदिवासी संशोधक विद्यार्थियों ने गत वर्ष 28 मार्च से 4 अप्रैल तक पुणे स्थित आदिवासी संशोधन व प्रशिक्षण संस्था में आंदोलन किया था. इसके उपरान्त अलग-अलग समय पर पूरे राज्य में आदिवासी संशोधक विद्यार्थियों द्बारा आंदोलन किए जाते रहे. ऐसे में राज्य के आदिवासी विकास विभाग ने आदिवासी संशोधकों को छात्रवृत्ति देने हेतु एक प्रस्ताव तैयार किया था. लेकिन इस प्रस्ताव से संबंधित फाइल विगत 9 माह से लालफिताशाही के चलते मंत्रालय में अटकी पडी थी. जिसे अब कहीं जाकर मंजूरी मिली है और आदिवासी विकास मंत्रालय द्बारा इसे लेकर शासनादेश जारी किया गया है. जिसके तहत अब प्रतिवर्ष 100 आदिवासी संशोधक विद्यार्थियों को फेलोशीप दी जाएगी.