अमरावतीमहाराष्ट्रमुख्य समाचार

गुटखा तस्करी में अब ‘नया गडी नया राज’

शहर सहित जिले में पाव पसार रहे नये-नये गुटखा तस्कर

* हर किसी में ‘भाई’ बनने की लालसा, गला काट हुई प्रतिस्पर्धा
* गांव-गांव में गुटखा तस्करों का नेटवर्क तैयार, पुलिस का बढा सिरदर्द
अमरावती/दि.16 – हाल ही में मध्यप्रदेश से धारणी होते हुए अमरावती लायी जा रही प्रतिबंधित गुटखे व सुगंधित तंबाखू की खेप को गश्त पर रहने वाले ग्रामीण पुलिस ने पकडा था और इस कार्रवाई के दौरान करीब 25 लाख रुपयों का प्रतिबंधित गुटखा बरामद किया गया था. गुटखे की यह खेप अमरावती व बडनेरा शहर सहित आसपास के शहरों व गांवों में भेजी जानी थी. जिससे यह साफ हो गया कि, गुटखा तस्करों ने अमरावती शहर सहित जिले के लगभग प्रत्येक गांव में अपना जबर्दस्त व मजबूत नेटवर्क खडा कर लिया है. वहीं इस कार्रवाई के बाद यह पता लगाने की कोशिश की गई कि, इस गुटखा तस्करी के पीछे कौन है, तो पता चला कि, अब अमरावती शहर सहित जिले में गुटखा तस्करी के व्यवसाय में कई नये चेहरे उतर आये है तथा अब ‘नया गडी नया राज’ शुरु होने वाली स्थिति बन गई है. यद्यपि धारणी में पकडी गई गुटखे की खेप के पीछे अमरावती के विक्की उर्फ विक्रम सच्चानंद मंगलानी व सैय्यद जुनेद सैय्यद जब्बार तथा बडनेरा के शेख अमीन शेख नाजीन नामक तीन लोगों का हाथ बताया जा रहा है. लेकिन एक जानकारी के मुताबिक इससे पहले गुटखा तस्करी के व्यवसाय से अब लगभग बाहर हो चुके ‘सेठ’ के बाद पूरी तरह से मैदान खाली रहने वाले गुटखा तस्करी के व्यवसाय पर कब्जा जमाने हेतु अब अमरावती व बडनेरा शहर से वास्ता रखने वाले करीब 50 ‘नये चेहरे’ सक्रिय हो गये है. जिनके बीच इस व्यवसाय का सबसे बडा ‘भाई’ बनने के लिए गला काट प्रतिस्पर्धा भी शुरु हो गई है. जिसके तहत हर कोई इस व्यवसाय पर अपना अधिक से अधिक प्रभुत्व जमाने की जुगत में लगा हुआ है और गांव-गांव में गुटखा तस्करी का नेटवर्क खडा कर रहा है. जिसकी वजह से अब सही मायनों में पुलिस का सिरदर्द बढने वाला है.
विगत दिनों धारणी में प्रतिबंधित गुटखे की बडी खेप पकडे जाने के बाद यह जानकारी भी सामने आयी कि, इस गुटखा तस्करी के पीछे रहने वाले विक्की मंगलानी ने मध्यप्रदेश सहित विदर्भ क्षेत्र में प्रतिबंधित गुटखा व सिगरेट सहित नस की तस्करी का अच्छा खासा नेटवर्क खडा कर रखा है और गुटखा तस्करी के मामलों को लेकर भी विक्की मंगलानी के खिलाफ अमरावती के सिटी कोतवाली सहित अंजनगांव सुर्जी, परतवाडा व नागपुर के पुलिस थानों में अपराधिक मामलें दर्ज है. साथ ही अमरावती से अकोला, यवतमाल, बुलढाणा, वाशिम जिलों सहित लातूर व छत्रपति संभाजी नगर जैसे जिलों तक प्रतिबंधित गुटखे की खेप भेजी जाती है.

* कौन है विक्की मंगलानी?
विगत कुछ माह से अमरावती से बाहर अपना ठिया जमाये बैठा विक्की मंगलानी अब अचानक गुटखा तस्करी को लेकर अमरावती में दोबारा अवतरीत हुआ है. इससे पहले गुटखा तस्करी के व्यवसाय पर अपना एकतरफा कब्जा रखने वाले ‘सेठ’ द्वारा इस व्यवसाय को हमेशा के लिए अलविदा किये जाने पर जैसे ही कुछ स्वयंभू ‘भाई’ ने इस व्यवसाय पर कब्जा जमाने का प्रयास शुरु किया, वैसे ही गुटखा तस्करी में ‘भाई’ के तौर पर बडा नाम कमाने का सपना देखने वाले विक्की मंगलानी ने अमरावती में अवतरीत होने के साथ ही ‘नहले पर दहला’ वाली चाल खेलकर ‘सेठ’ के विरोधियों को अपने पाले में कर लिया तथा ‘दुश्मन का दुश्मन अपना दोस्त’ वाली नीति पर चलते हुए विक्की मंगलानी ने गुटखा तस्करी का अमरावती में साम्राज्य खडा कर लिया है. वहीं दूसरी ओर लाखों करोडों रुपयों के वारे न्यारे रहने वाले इस व्यवसाय पर कुछ अन्य चेहरे भी अपना प्रभुत्व जमाने की कोशिश में है. ऐसे में इन ‘गुटखा गैंगों’ के बीच किसी भी वक्त टकराव वाली स्थिति बन सकती है.

* रेत तस्कर भी उतरे गुटखे के धंधे में
विशेष उल्लेखनीय है कि, राजस्व विभाग द्वारा रॉयल्टी की दरें बढाने के साथ ही गौण खनिज की तस्करी के खिलाफ लगातार कार्रवाईयां की जा रही है. जिसके चलते अब तक रेत तस्करी करने वाले कई लोगों ने अब अपना मोर्चा गुटखा तस्करी के धंधें की ओर मोड दिया है तथा वे लोग भी धडल्ले के साथ गुटखा विक्री का व्यवसाय कर रहे है. यहीं वजह है कि, अब तक चोरी छीपे ढंग से बिकने वाला प्रतिबंधित गुटखा अब शहर सहित प्रत्येक गांव के लगभग हर एक पानठेले पर खुलेआम गुटखा दिखाई दे रहा है.

* क्या कर रहा फूड एण्ड ड्रग विभाग
बता दें कि, समूचे राज्य में उत्पादन, वितरण व विक्री हेतु प्रतिबंधित रहने वाले गुटखे की तस्करी व अवैध विक्री को रोकने की जिम्मेदारी अन्न व औषध प्रशासन यानि फूड एण्ड ड्रग विभाग पर होती है. परंतु अक्सर ही गुटखा तस्करी के खिलाफ शहर एवं ग्रामीण पुलिस द्वारा कार्रवाई की जाती है. ऐसे में सवाल उठता है कि, आखिर फूड एण्ड ड्रग विभाग क्या कर रहा है. इस संदर्भ में जानकारी हेतु संपर्क किये जाने पर अन्न व औधष प्रशासन विभाग के प्रभारी सहायक आयुक्त भाउराव चव्हान ने बताया कि, उनके विभाग में मनुष्यबल की कमी सबसे बडी समस्या है. परंतु अब 2 अन्न सुरक्षा अधिकारी नियुक्त हो गये है तथा अब प्रतिबंधित गुटखा तस्करी व विक्री को रोकने हेतु प्रभावी अभियान चलाया जाएगा.

Related Articles

Back to top button