अमरावती

अब विकास से वंचित होता जा रहा है अमरावती जिला

पूर्व सांसद अनंत गुढे ने जताई चिंता

अमरावती-/दि.21 समुचित समन्वय के अभाव में पिछले एक दशक से जिला विकास से दूर हो गया है. इस आशय की राय पूर्व सांसद अनंत गुढे ने व्यक्त की. इसके लिए जिले की जनता को ही जिम्मेदार भी बताया. जिले में लोगों का प्रतिनिधित्व और विकास समान रहा है. पालकमंत्री, विधायक, सांसद के बीच समन्वय रहा. जनप्रतिनिधियों ने जिले के अधिकारियों के साथ मिलकर अमरावती जिले के विकास की योजना तैयार की और पूरा भी किया.
उन्होंने अपना उदाहरण देते हुए कहा कि, जब मैं खुद सांसद था तो जिले में कई ग्रामीण सडकें, गांव के सामुदायिक मंदिर, सांस्कृतिक हॉल बनाए गए थे. विभिन्न सामुदायिक कार्यक्रमों को आयोजीत करने के लिए कई सामुदायिक हॉल बनाए गए हैं, समाज के सदस्य भी इसका आनंद ले रहे हैंं. शहर में फ्लाईओवर का निर्माण किया गया है. लेकिन अब अमरावती जिला विकास से दूर हो गया है.
अमरावती-परतवाडा, धारणी, चिखलदरा रोड, नांदगांव खंडेश्वर रोड का जिक्र कर उन्होंने कहा कि, यहां सडक में गढ्ढे है या गढ्ढे में सडक यह समझ में नहीं आ रहा है. ग्रामीण क्षेत्रों में सडकें बहुत सुविधाजनक नहीं है. अमरावती शहर में साधारण शौचालय, वाहन पार्किंग की सुविधा नहीं है. जब मैं सांसद था, मैने गांधी चौक पर अंबादेवी में दर्शन के लिए आनेवाले भक्तों के लिए पुरूषों और महिलाओं के लिए शौचालयों का निर्माण किया और एक पार्किंग स्थल का निर्माण किया. लेकिन उसके बाद जिले में कई मंदिर और तीर्थस्थल होने के बावजूद किसी ने पार्किंग या शौचालय की व्यवस्था नहीं करने की बात कही.
जनप्रतिनिधियों का ध्यान विकास के अलावा अन्य मामलों पर अधिक रहने का आरोप लगाया. पूर्व सांसद अनंत गुढे ने सवाल उठाया है कि, जन नेता और अधिकारियों का अपमान करने, सार्वजनिक नाटक करने से जिले का विकास कैसे होगा.
आज जिले के विकास के लिए सभी जनप्रतिनिधि एक साथ आए. अमरावती जिले में लोकसभा और राज्यसभा के दो सांसद हैं, लेकिन पीएम मित्रा टेक्सटाईल मिल, एयरपोर्ट के ऐलान होते हैं, मंत्रियों से मुलाकात की तस्वीरें मीडिया में आती हैं, लेकिन एयरपोर्ट कब खुलेगा? इसका पता नहीं चलता. जिले में पालकमंत्री भी नहीं है.

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