अब तीन महीने रोज टीवी में दिखेगी अमरावती की पल्लवी

पेंटर की होनहार प्रतिभावान सुपुत्री

* प्राइम टाइम में कलर्स मराठी चैनल का ‘आई तुलजा भवानी’ सीरियल
* अपने बूते संघर्ष कर आगे बढी अमरावती की बेटी                                                                                                    अमरावती/ दि. 27- रूपहला पर्दा पर चमकने का चाव सभी को होता है. किंतु इसके लिए प्रतिभा रहने पर भी परिश्रम, लगन और संघर्ष करना पडता है. ऐसे ही संघर्ष में सतत प्रयत्नों से अमरावती की जय सियाराम नगर निवासी सुपुत्री पल्लवी संजय मोहोड को बडी सफलता मिली है. वे प्रसिध्द कलर्स मराठी चैनल के तेजी से लोकप्रिय हो रहे धारावाहिक ‘आई तुलजा भवानी’ में अगले 100 दिनों तक रोज झलकेगी. बडी बात है कि पल्लवी सामान्य परिवार से हैं. उसके पिता संजय मोहोड पेशे से बिल्डिंग पेंटर है और मां सत्यफूला गृहणी है.
गाडगेबाबा शाला की छात्रा
पल्लवी मोहोड के विषय में उनके भाई शंतनु और मित्र परिवार योगेश ने बताया कि पल्लवी की प्राथमिक शिक्षा महेन्द्र कॉलोनी की गाडगेबाबा शाला में हुई है. फिर जुनियर कॉलेज पश्चात पल्लवी ने एनिमेशन इंजी. कॉलेज से स्नातक की उपाधि प्राप्त की. उसने नाटक और ड्रामा में दिलचस्पी रहने के कारण रंगमंच पर अनेक भूमिकाएं समय- समय पर साकार की.
प्रथम पुरस्कार से बढा साहस
पल्लवी मोहोड ने अमरावती मंडल को बताया कि उसने अनेक नाटकों में कार्य किया. दो वर्ष पूर्व हुई नाटय स्पर्धा में उसकी भूमिका न केवल सराही गई. अपितु उसे प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ. जिससे उसका कान्फीडेंस बढा. उसने पुणे पहुंचकर राष्ट्रीय अकादमी में शामिल होकर अग्रणी सितारों के साथ एक्टींग की बारीकियां सीखी. सुंदर पल्लवी ने पुणे में रहते हुए स्टार प्रवाह चैनल की पहली सीरिज उदे गं अंबे उदे में अफ्सरा की भूमिका निभाई.
अमरावती में मॉडलिंग से कमाया नाम
पल्लवी मोहोड ने अमरावती में मॉडलिंग भी की. ड्रिफ्टर्स सहित अनेक ब्रांड के लिए उन्होंने काम किया. अब जाकर उन्हें कलर्स मराठी चैनल का ‘आई तुलजा भवानी’ धारावाहिक मिला है. बल्कि धारावाहिक में उनकी भूमिका भी बडी है. वे गंगाई का रोल प्ले कर रही है. कुछ एपीसोड का प्रसारण हो चुका है. पल्लवी की भूमिका काफी सराहना बटोर रही है. बडी बात है कि आई तुलजा भवानी सीरियल को प्राइम टाइम मिला है. रात 9 से 9.30 बजे सोमवार से शनिवार सप्ताह में 6 दिन इसका प्रसारण हो रहा है. अर्थात अमरावतीवासी अपनी पल्लवी को गंगाई की भूमिका साकार करने अमूमन रोज ही और वह भी प्राइम टाइम में छोटे पर्दे पर देख सकते हैं. पल्लवी के परिवार में छोटी बहन ललिता मोहोड हैं. जो मानसशास्त्र में पदवीधारक हैं. बडी बात है कि सामान्य परिवार की बेटी पल्लवी ने अपने बलबूूते बगैर किसी गॉड फॉदर या फिल्मी पृष्ठभूमि के उन्होंने बडे बैनर के सीरियल में महत्वपूर्ण भूमिका अर्जित की है और अब भूमिका के साथ न्याय का संपूर्ण प्रयत्न कर रही है.                                                                                                                                     बडा संघर्ष कर पाया मुकाम
पल्लवी ने अमरावती मंडल से बडी साफ गोई से बातचीत की. पल्लवी ने कहा कि, सचमुच किसी भी प्रकार का बैकग्राऊंड न होने से रजत पट पर महत्वपूर्ण भूमिका पाना बेहद संघर्षभरा है. वे तीन वर्षों तक अमरावती-पुणे-मुंबई के चक्कर करती रही. उसी प्रकार स्टार प्रवाह के सीरियल उदे ग अंबे उदे… में अप्सरा की छोटी भूमिका उन्हें मिली. बाद में वे छोटी की बजाए लंबे ट्रैक की तलाश में थी. संघर्ष काम आया. उन्हें कलर्स मराठी चैनल का आई तुलजा भवानी धारावाहिक मिल गया. इसमें उनकी भूमिका का लंबा ट्रैक है.
* मां ने किया प्रेरित, शाला से आती और मिमिक्री
पल्लवी ने स्वयं बताया कि, उन्हें लडकपन से ही अभिनय का शौक रहा है. वे शाला से लौटती तो अपनी माताजी सत्यफूला को टीचर्स की मिमिक्री कर दिनभर के किस्से और स्कूल में क्या-क्या हुआ, यह बतलाती. उनकी मां भी बडे चाव से अपनी बिटिया की बाते सुनती. उसे सराहती. उसी प्रकार घर परिवार के किसी प्रसंग में पल्लवी को नृत्य, गायन की प्रस्तुति देने कहती. जिससे उनका कॉन्फीडंस बढता गया. आज वे प्राइम टाइम सीरियल में महत्वपूर्ण भूमिका कर रही है. पल्लवी ने अमरावतीवासियों से हौसला अफजाई की उम्मीद व्यक्त की है. पल्लवी अंग्रेजी और हिंदी बडी धारा प्रवाह बोलती है.

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