अब बेसब्री से हो रहा ‘नानीबाई रो मायरो’ का इंतजार
18 अप्रैल से शुरू होगा भव्य-दिव्य धार्मिक आयोजन
* जिले में पहली बार होगा कथा वाचिका जयाकिशोरी जी का आगमन
* आयोजन को अभूतपूर्व बनाने की तैयारियां चल रही युध्दस्तर पर
* जुडवा नगरी में आयोजन को लेकर दिख रहा जबर्दस्त उत्साह
परतवाड़ा/दि.15– परतवाडा व अचलपुर जुडवा शहर सहित अमरावती जिले के इतिहास में पहली बार अंतरराष्ट्रीय ख्यातीप्राप्त कथा वाचिका जयाकिशोरी जी का आगामी 18 अप्रैल को परतवाडा में आगमन होने जा रहा है. जहां पर वे 18 से 20 अप्रैल तक समर्पित भगवत भक्ति का अनन्य उदाहरण पेश करनेवाली ‘नानीबाई रो मायरो’ की कथा प्रस्तुत करेगी. बता दें कि स्थानीय प्रतिष्ठित अग्रवाल परिवार की वरिष्ठ सदस्या श्रीमती शकुंतलादेवी चिरौंजीलाल अग्रवाल के 75 वे जन्मदिवस के उपलक्ष्य में सुनिता अग्रवाल चैरिटेबल ट्रस्ट व राधेश्याम बहुउद्देशीय संस्था द्वारा आगामी 18 से 20 अप्रैल 2022 तक परतवाडा-चिखलदरा रोड स्थित नंदनवन पैलेस में नानीबाई को मायरो का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें ख्यातनाम प्रवचक व कथाकार जया किशोरी जी द्वारा संगीतमय भजनों की प्रस्तुती दी जायेगी. इस आयोजन को ऐतिहासिक रूप से सफल बनाने हेतु इस समय जुडवा शहर में तमाम तैयारियां अपने अंतिम चरण में है. साथ ही तैयारियों को युध्दस्तर पर अंतिम रूप देते हुए अब इस आयोजन के शुरू होने का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है.
समीपस्थ चिखलदरा मार्ग पर नंदनवन पॅलेस के सामने स्थित खुले मैदान में इस आयोजन के लिए 200 बाय 300 फीट यानी करीब 60 हजार वर्ग फीट का विशालकाय डोम मंडप बनाया जा रहा है. जहां पर करीब 10 हजार भाविक श्रध्दालुओें के बैठने की व्यवस्था होगी. साथ ही इस समय क्षेत्र में पड रही भीषण गर्मी को देखते हुए इस विशालकाय डोम पंडाल में दर्जनों इंडस्ट्रीयल कूलर लगाये जा रहे है, ताकि डोम पंडाल के भीतर वातावरण को ठंडा रखा जा सके. वहीं आयोजन स्थल पर सभी भाविक श्रध्दालुओं के बैठक हेतु आरामदायक आसन व्यवस्था एवं पीने हेतु ठंडे पानी की व्यवस्था भी की जायेगी. ताकि इस आध्यात्मिक कार्यक्रम के दौरान भाविक श्रध्दालुओं को किसी भी तरह की कोई तकलीफ या दिक्कत न हो. इसके अलावा साथ ही कथा प्रवचन में आने वाले भक्तों के वाहनों के लिए आयोजन स्थल के पास ही प्रशस्त पार्किंग व्यवस्था भी की जा रही है.
ज्ञात रहे कि, इस ऐतिहासिक आयोजन के लिए विगत कई माह से ही तैयारियां शुरू कर दी गई थी, जो अब अपने अंतिम चरण में है. वहीं नंदनवन पैलेस के पास स्थित खुले मैदान में साकार होने जा रहे आयोजनस्थल को अब दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है और अब परतवाडा व अचलपुरवासियों द्वारा बडी बेसब्री के साथ जयाकिशोरी जी के आगमन और इस आयोजन के शुरू होने की प्रतीक्षा की जा रही है.