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जल्द ही प्लाज्मा के लिए भी निती निर्धारित करने की जरूरत
अमरावती/प्रतिनिधि दि.२३ – इस समय जहां एक ओर हर कोई कोविड संक्रमण की महामारी से त्रस्त है, वहीं कुछ लोगों ने इस आपदा में अवसर में खोजते हुए इसे अपनी कमाई का जरिया बना लिया है. जिसके तहत पहले जहां रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी हो रही थी, वहीं अब प्लाज्मा की भी कालाबाजारी शुरू होती दिखाई दे रही है और गंभीर स्थिति में रहनेवाले संक्रमित मरीजों की मजबूरी का फायदा उठाते हुए मौके की ताड में रहनेवाले लोग उनसे अनाप-शनाप कीमतें वसूल रहे है. ऐसे में अब यह बेहद जरूरी हो चला है कि, जिस तरह प्रशासन द्वारा रेमडेसिविर व ऑक्सिजन के वितरण को पूरी तरह से अपने अधिकारी में ले लिया गया है. उसी तरह प्लाज्मा को लेकर भी कोई स्पष्ट नीति बनायी जाये, अन्यथा प्लाज्मा के लिए भी मरीजों के परिजनों को दर-दर भटकते हुए उंची कीमत चुकानी पड सकती है.
उल्लेखनीय है कि, इस वक्त अमरावती जिले में अस्पतालों में भरती कोविड संक्रमित मरीजों की संख्या 1800 के आसपास है. जिसमें से करीब 200 मरीजों का प्लाज्मा थेरेपी के जरिये इलाज किया जा रहा है. हालांकि अब तक अमरावती जिले में प्लाज्मा को लेकर कोई कमी नहीं है. किंतु अमरावती जिले से सटे अन्य कई जिलों में प्लाज्मा को लेकर काफी जद्दोजहद देखी जा रही है. ऐसे में संबंधित जिलों में अमरावती जिले से प्लाज्मा भेजा जा रहा है. किंतु प्रशासन द्वारा प्लाज्मा की दरें निर्धारित किये जाने के बावजूद कई बिचौलियों द्वारा मरीजों के परिवार से प्लाज्मा उपलब्ध कराने हेतु मोटी रकम वसूली जा रही है और उन्हें निजी ब्लड बैंकों के माध्यम से प्लाज्मा उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया जा रहा है.
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नागपुर व अकोला में उंची दरों पर प्लाज्मा बिक्री
जानकारी मिली है कि, इन दिनों नागपुर व अकोला जिले में बडे पैमाने पर कोविड संक्रमित मरीजों के इलाज हेतु प्लाज्मा थेरेपी का उपयोग किया गया है. इस दौरान नागपुर व अकोला में कई मरीजों के परिजनों ने बेहद महंगी दरों पर प्लाज्मा खरीदने की बात कही है. इस समय अमरावती जिले में भी प्लाज्मा थेरेपी को काफी महत्व दिया जा रहा है. ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि, अमरावती में प्लाज्मा को लेकर समस्या उत्पन्न होने से पहले ही प्रशासन द्वारा तमाम आवश्यक कदम उठाये जाये, अन्यथा यहां पर भी नागपुर व अकोला जैसे हालात बनते देर नहीं लगेगी.
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अभी कोई प्रणाली नहीं, जल्द लेंगे निर्णय
इस बारे में जानकारी हेतु संपर्क किये जाने पर जिला शल्य चिकित्सक डॉ. श्यामसुंदर निकम ने बताया कि, अमरावती जिले में अब तक प्लाज्मा के उपयोग को लेकर कोई नियंत्रण प्रणाली नहीं बनायी गयी है. किंतु इस संदर्भ में जल्द ही कोई ठोस निर्णय लिया जा सकता है, ताकि प्लाज्मा को लेकर किसी भी तरह की कोई गंभीर समस्या उत्पन्न न हो.