अब रक्त व मूत्र जांच बिल्कुल नि:शुल्क
अमरावती /दि.11– किसी मरीज की बीमारी की वजह को खोजने हेतु संबंधित मरीज की रक्त व मूत्र की जांच की जाती है और पैथॉलॉजी रिपोर्ट के आधार पर ही डॉक्टरों द्बारा इलाज शुरु किया जाता है. जिसके चलते ऐसी जांच करवाने हेतु निजी पैथॉलॉजी लैब में मरीजों को अच्छी खासे पैसे खर्च करने पडते है. परंतु सरकारी अस्पतालों में कई तरह की जांच पूरी तरह से नि:शुल्क तौर पर की जाती है. जिसके तहत स्थानीय जिला सामान्य अस्पताल में रक्त, मूत्र, थूक व शौच की जांच पूरी तरह से नि:शुल्क तौर पर की जाती है.
* सरकारी अस्पतालों में जांच मुफ्त
सरकारी अस्पताल में सीबीसी, एचबीसी, ब्लड शूगर, थाईराईड, लीवर, किडनी, लिक्विड, थूक, स्टूल, यूरिया, आरबीसी, पीलिया, मलेरिया, डेंग्यू, चिकनगुनिया, लिपीड प्रोफाइल व एचआईवी जैसी विभिन्न तरह की जांच पूरी तरह से नि:शुल्क तौर पर की जाती है.
* किन अस्पतालों में होती है कौनसी नि:शुल्क जांच
– प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र
पीलिया, मलेरिया, सीबीसी व ब्लड शुगर जैसी जांच प्राथमिक स्वास्थ्य में नि:शुल्क तौर पर की जाती है.
– ग्रामीण अस्पताल
ग्रामीण अस्पताल में भी करार के अनुसार महालैब की ओर से सभी तरह की पैथॉलॉजी टेस्ट की सुविधा नि:शुल्क तौर पर उपलब्ध कराई जाती है.
– जिला अस्पताल
जिला सामान्य अस्पताल में सीबीसी, एचबीसी, ब्लड शुगर थाईराईड, लीवर, किडनी, थूक व स्टूल की जांच पूरी तरह से नि:शुल्क होती है.
* जिला अस्पताल में रोजाना सैकडों मरीजों की ब्लड टेस्ट
अमूमन सभी तरह की बीमारियों के मामले में अलग-अलग प्रकार की ब्लड टेस्ट करवाना ही पडता है. जिसके चलते निजी पैथॉलॉजी लैब में अच्छा खासा पैसा खर्च होता है. परंतु सरकारी अस्पताल में यह तमाम टेस्ट नि:शुल्क की जाती है. जिला सामान्य अस्पताल में सर्वसामान्य परिवारों के मरीज अपना इलाज करवाते है और यहां पर रोजाना ही सैकडों मरीजों की स्वास्थ्य जांच की जाती है.
* स्वास्थ्य उपकेंद्र से लेकर सभी सरकारी अस्पताल में रक्त व मूत्र सहित सभी तरह की पैथॉलॉजी टेस्ट पूरी तरह से नि:शुल्क ही होती है. सरकार द्बारा किए गए करार के अनुसार महालैब में यह तमाम स्वास्थ्य परीक्षण होते है.
– डॉ. दिलीप सौंदेल,
सीएस