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‘अब क्या फिर चूल्हा जला लें’

अमरावती की गृहणियां मोदी से नाराज

* सिलेंडर दरवृद्धि के विरुद्ध ‘भडका’
अमरावती/दि.1- घरेलू गैस सिलेंडर के रेट और 50 रुपए बढा देने से अब उसका दाम अमरावती में 1127 रुपए 50 पैसे हो गया है. सामान्य व्यक्ति को घर पहुंच सिलेंडर 1130 रुपए मिलेगा. पहली बार रेट इतने ज्यादा हुए है. पहले ही पेट्रोल और डीजल के दाम 100 रुपए के पार चल रहे है. उससे भी महंगाई भडकी है. अब खाना पकाना भी महंगा हो गया. जिसे अमरावती के अधिकांश लोग गैस सिलेंडर की ताजा दरवृद्धि के खिलाफ भडक गए है. अमरावती मंडल ने आज अनेक गृहणियों से बात की तो उन्होंने सरकार पर नाराजगी जताई. उनका कहना रहा कि कुछ लोगों को मुफ्त में सिलेंडर बांटे गए अब सभी से वसूली हो रही है. पेश है कुछ प्रतिक्रियाएं

* चार दिन की मजूरी सिलेंडर पर
गगलानी नगर की रहनेवाली अश्विनी रोठे ने सिलेंडर का दाम बढाए जाने पर कहा कि, आम आदमी का जीना मुहाल हो रहा है. मजदूर आदमी को 200-300 रुपए मेहनताना मिलता है. सिलेंडर 1150 रुपए का हो जाने से उसकी चार दिन की कमाई सिलेंडर पर ही खर्च हो जाएगी. देखा जाए तो सरकार ने फोकट में बहुत सिलेंडर बांट दिए. अब उसकी वसूली सभी से हो रही है. कितना सहन करेंगे.

* चूल्हे पर करना पडेगा रसोई
प्रेमा मंगेश देशमुख ने भी सरकार के सिलेंडर के दाम बढाने के निर्णय का विरोध किया. उन्होंने कहा कि, कमाई कम हो रही है. अमीरों को भाव बढने से फरक नहीं पडता. मध्यवर्ग और गरिबों को ही चपत लगती है. खाना बनाना एक बार फिर चूल्हे पर शुरु करना पडेगा, ऐसा लगता है. देशमुख ने कहा कि सभी चीजों के रेट बढ रहे है. जिससे दिनोंदिन जीवन दुर्भर हो रहा है.

* सरकार दरवृद्धि रद्द करें
प्रिया पार्क वलगांव रोड निवासी गृहणी वंदना रेवाले ने कहा कि सामान्य लोगों को पहले 500-600 रुपए में सिलेंडर मिलता था. अब भाव 1130 रुपए हो गए है. सिलेंडर एक माह से अधिक नहीं चलता इसलिए सरकार को सिलेंडर के भाव हजार रुपए से कम करने चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि, मोबाइल कंपनियां भी मनमाने रुप से रेट बढा देती है. बदलते दौर में मोबाइल आवश्यकता की वस्तु बन गया है. सरकार के हाथ में होने से सिलेंडर के रेट कम होने चाहिए. बल्कि सरकार को पेट्रोल और ईधन के दाम में कमी करने पर गंभीरता से विचार करना चाहिए.

* घर कैसे चलाना, बडी मुश्किल
तृप्ति विहार निवासी दुर्गा चांदुरकर ने कहा कि सिलेंडर के रेट पहले ही ज्यादा थे. 1100 रुपए का सिलेंडर अधिकांश लोगों को भारी पड रहा था. सरकार से सिलेंडर के दाम कम करने की उम्मीद थी. वह धरी रह गई. उल्टे दाम बढा दिए. आम आदमी को घरपहुंच सिलेंडर के लिए 1150 रुपए गिनने होंगे. अन्य चीजों के भी दाम बढ रहे है. घर चलाना मुश्किल हो गया है.

* वोट देने से पहले सोचना पडेगा
मोदीजी ने पेट्रोल व डीजल के दाम कम करने की उम्मीद जताई थी, वह तो पूर्ण नहीं हुई. कम से कम रसोई गैस के दाम बढाने से पहले तो सरकार को सोचना चाहिए था. 1100 रुपए का सिलेंडर पहले ही जनता को महंगा लग रहा था. अब 50 रुपए की बढोतरी कर दी गई. जिससे लगता है कि इस बार मोदीजी को वोट देने से पहले सोचना पडेगा. मोदीजी ने अच्छे दिन का वादा किया था. मध्यमवर्ग की महंंगाई ने कमर तोड कर रख दी है. सभी प्रकार के किराए भी बढ रहे है. महंगाई कम करने के बारे में सोचना चाहिए. तेल कंपनियों को रेट घटाना ही होगा.

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