* कारागृह निर्माण के 157 वर्ष बाद लगेंगे सीसी टीवी कैमेरे
अमरावती/ दि. 10 – महाराष्ट्र राज्य के 8 प्रमुख मध्यवर्ती कारागृह में शामिल अमरावती जिला जेल किसी न किसी बात को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहा है. कारागृह में कैदियों के बीच विवाद जेल तोडकर भागने कारागृह में गांजा, शराब की तस्करी हमेशा ही विवादों का करण बनी रही. मध्यवर्ती कारागृह निर्माण के 157 साल बाद अब अमरावती जिला जेल में सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे है. कैमरे लगाने का काम शुरू कर दिया गया है. एक सप्ताह भर में 190 कैमरे जेल में लगाए जायेंगे. कैदियो की हर गतिविधिया इन कैमरे में कैद होगी. इसके साथ ही जेल में होनेवाले अवैध तरीके के कामों पर भी अंकुश लगेंगा.
अमरावती मध्यवर्ती कारागृह की स्थापना वर्ष 1866 में की गई थी. लेकिन अब तक जेेल में होनेवाली विभिन्न घटनाओं के चलते मध्यवर्ती कारागृह हमेशा सुर्खियों में बना रहा. फिलहाल 970 कैदियों की क्षमता रहनेवाले कारागृह में 1 हजार 400 कैदियों को ठूंस-ठूंस कर रखा गया है. पिछले 10 वर्षो से जेल में सीसी टीवी कैमरे लगाने की मांग की जा रही थी. आखिर लंबे समय के बाद जिला नियोजन समिति में जिला मध्यवर्ती कारागृह में सीसीटीवी कैमरे लगने के लिए निधि को मंजूरी दे दी है. दो दिन पूर्व जेल में कैमरे लगाने की प्रक्रिया शुरू की गई है. एक सप्ताह के भीतर यहां 90 कैमरे लगा दिए जायेंगे. कैदियाेंं को रखे जानेवाले हर बैरेक में कैदियों की गतिविधियों पर सीसीटीवी कैमरों की कडी नजर रहेगी.
* कई बार हो चुके है विवाद
अमरावती मध्यवर्ती कारागृह में जिले समेत विभिन्न महानगर और अन्य मध्यवर्ती कारागृह के कैदी भी रखे गए है. यहां कई छोटी-बडी गैंग के बदमाश सजा काट रहे है. जेल में भी अपने वर्चस्व की लडाई को लेकर कई बार कैदी आपस में भिडे. इसे कैदियों पर कडी नजर रखने के लिए प्रशासन ने जेल प्रशासन के सामने बडी समस्या निर्माण हुई थी. सीसीटीवी कैमरे न होने के कारण काफी दिक्कते हो रही थी. परंतु अब कैमरे लग जाने के बाद कैदियों की हर गतिविधियों पर पैनी नजर रहेगी.
* कैदी महिला लगा चुकी है फांसी
बीते 10 साल पूर्व दर्यापुर तहसील में हुए हत्याकांड के मामले में गिरफ्तार की गई एक महिला को जिला मध्यवर्ती कारागृह में रखा गया था. लेकिन 5 माह बाद इस महिला ने कारागृह के अंदर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. उस महिला के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में महिला शराब के नशे में होने की बात उजागर हुई थी. इस पर सीआईडी जांच के पश्चात फ्रेजरपुरा पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ अपराध दर्ज किया था.
* तीन कैदी जेल तोडकर भागे
पिछले वर्ष जेल प्रशासन की आंख में धूल झोंकते हुए तीन कैदी जेल तोडकर जेल की उंची दीवारों को लांगकर भाग गए थे. ढाई माह के बाद पुलिस ने जेल तोडनेवाले साहिल कासलेकर नामक कैदी को रत्नागिरी से गिरफ्तार किया था.् परंतु उसके साथ में रहनेवाले अमरावती जिले के वरूड तहसील निवासी दो कैदियों का अब तक पता नहीं चला. सीसीटीवी कैमरे लगने के बाद इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लगेगा.