अमरावतीमहाराष्ट्र

अब डीसीपी और एसीपी का हर पुलिस स्टेशन में लगेगा जनता दरबार

नागरिकों से शिकायत लेकर आने का अनुरोध

* सुबह 10 से दोपहर 2 बजे तक रहेंगे मौजूद
अमरावती /दि.17– शहर के दस पुलिस स्टेशनों में शिकायत दर्ज कराने वाले नागरिकों की शिकायतों का तत्काल समाधान करने के लिए पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी ने डीसीपी और एसीपी को पुलिस स्टेशनों का दौरा करने और जनसभाएं आयोजित करने के निर्देश दिए, इसके आधार पर 18 मार्च से 24 अप्रैल तक कमिश्नरेट के डीसीपी और एसीपी नागरिकों की शिकायतों के निवारण के लिए अपने-अपने संभागों के पुलिस थानों का दो बार दौरा करेंगे.
शहर पुलिस बल ने नागरिकों से अपील की है कि वे अपनी शिकायतें लेकर पुलिस स्टेशन में उपस्थित हों. जोन 1 के डीसीपी सागर पाटिल 18 मार्च को बडनेरा पुलिस स्टेशन का पहला दौरा करेंगे और 8 अप्रैल को उनका दूसरा दौरा होगा. इसी तरह, डीसीपी सागर पाटिल निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार जोन 1 के अंतर्गत आने वाले पुलिस स्टेशनों का दौरा करेंगे, जैसे नांदगांवपेठ पुलिस स्टेशन (20 मार्च और 10 अप्रैल), गाडगेनगर (25 मार्च और 15 अप्रैल), वलगांव (27 मार्च और 17 अप्रैल), फ्रेजरपुरा (1 अप्रैल और 22 अप्रैल), नागपुरी गेट (3 अप्रैल और 24 अप्रैल). इसी प्रकार जोन 2 के डीसीपी गणेश शिंदे समय सारणी के अनुसार सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे के बीच राजापेठ पुलिस स्टेशन (18 मार्च और 1 अप्रैल), खोलापुरी गेट (20 मार्च और 3 अप्रैल), कोतवाली (25 मार्च और 8 अप्रैल), भातकुली (27 मार्च और 10 अप्रैल) जैसे पुलिस स्टेशनों का दौरा करेंगे. डीसीपी की तरह ही फ्रेजरपुरा विभाग के एसीपी कैलाश पुंडकर बडनेरा पुलिस स्टेशन (17 मार्च और 20 मार्च), फ्रेजरपुरा पुलिस स्टेशन (18 मार्च और 21 मार्च), नांदगांवपेठ पुलिस स्टेशन (19 मार्च और 24 मार्च), गाडगेनगर विभाग के एसीपी पाटिल गाडगेनगर पुलिस स्टेशन (17 मार्च और 20 मार्च), नागपुरीगेट (18 मार्च और 21 मार्च), वलगांव पुलिस स्टेशन (19 मार्च और 24 मार्च), राजापेठ विभाग के एसीपी जयदत्त भवानकर राजापेठ पुलिस स्टेशन (17 मार्च और 21 मार्च), कोतवाली (18 मार्च और 24 मार्च), खोलापुरीगेट (19 मार्च और 25 मार्च), भातकुली (20 मार्च और 26 मार्च) का दौरा तय कार्यक्रम के अनुसार सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक करेंगे. एसीपी और डीसीपी पहली बैठक में नागरिकों की शिकायतें सुनेंगे और उन पर कार्रवाई करने के लिए संबंधित जांच अधिकारियों को अधिकार सौंपे ंगे तथा दूसरी बैठक में जांच अधिकारियों से शिकायतों पर की गई कार्रवाई का हिसाब मांगा जाएगा. खास बात यह है कि जांच अधिकारी लगातार एक माह तक थाने में शिकायतकर्ता और आवेदक से आमने-सामने बैठकर शिकायत का निराकरण करेंगे.

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