अब सजना-संवरना भी हुआ महंगा
सौंदर्य प्रसाधनों के दामों में 20 से 25 फीसद की वृध्दि
* सभी ब्रांडेड व नॉन ब्रांडेड कॉस्मेटिक्स के दामों में उछाल
अमरावती/दि.28– कोविड संक्रमण एवं लॉकडाउन काल के दौरान उद्योग व व्यापार जगत में अच्छी-खासी मंदी छायी रही. जिसकी वजह से उद्योग व व्यापार जगत को जबर्दस्त घाटा उठाना पडा. ऐसे में अब जैसे-तैसे बाजार में गतिविधियां पहले की तरह सामान्य व पूर्ववत हो रही है, वैसे-वैसे पिछले घाटे की भरपाई का प्रयास भी उद्योग व व्यापार जगत द्वारा किया जा रहा है. जिसके परिणाम स्वरूप इस समय लगभग सभी क्षेत्रों में अच्छी-खासी दरवृध्दि देखी जा रही है. सर्वसामान्य जनता को महंगाई का सामना करना पड रहा है. महंगाई के इस असर से सौंदर्य प्रसाधन के तौर पर प्रयोग में लाये जानेवाले कॉस्मेटिक्स भी अछूते नहीं है. ऐसे में सौंदर्य प्रसाधनों के महंगे हो जाने की वजह से अपना सजना-संवरना भी महंगा हो गया है.
बता दें कि, गर्मी का मौसम शुरू होने के साथ ही शादी-ब्याह का सीझन भी शुरू हो जाता है. जिनमें शामिल होने हेतु महिलाओं द्वारा बडे चाव के साथ सज-धज करते हुए अपना श्रृंगार किया जाता है. जिसके लिए बडे पैमाने पर सौंदर्य प्रसाधनों का प्रयोग होता है. ऐसे में इस दौरान सौंदर्य प्रसाधनों की अच्छी-खासी मांग भी बढ जाती है. साथ ही इन दिनों गणगौर शोभायात्रा का भी दौर चल रहा है और आगे गुढीपाडवा, श्रीराम नवमी व अक्षय तृतीया सहित चेटीचंड्र व परशुराम जन्मोत्सव जैसे अवसरों पर भी बडे पैमाने पर शोभायात्राओं का आयोजन होगा. जिनमें महिलाओं की उपस्थिति अच्छी-खासी रहती है और महिलाएं इन सभी मौकों पर बडी सज-धज के साथ शामिल होती है, लेकिन इस बार ऐसे तमाम मौकों पर सजना-संवरना काफी महंगा साबित होगा, क्योंकि इस वर्ष सौंदर्य प्रसाधनों के दामों में 20 से 25 फीसद की वृध्दि हो गई है.
बता दें कि, कोविड संक्रमण के खतरे से पीछा छूटने के साथ ही रूस व युक्रेन के बीच शुरू हुए युध्द की वजह से समूची दुनिया के आर्थिक समीकरण एक बार फिर गडबडा गये है और इन दिनों पेट्रोलियम पदार्थों के साथ-साथ सभी उपभोक्ता उत्पादों पर महंगाई का खतरा मंडरा रहा है. जिससे सौंदर्य प्रसाधन भी अछूते नहीं है.
उल्लेखनीय है कि, सौंदर्य प्रसाधनों के तौर पर फाउंडेशन, कॉम्पैक्ट, लिप्स्टीक, नेल पॉलीश, स्कीन केयर क्रीम, संस्क्रीन क्रीम जैसे कॉस्मेटिक के साथ-साथ हेअरडाय तथा हर्बल मेहंदी का बडे पैमाने पर प्रयोग होता है. किंतु विगत दो-तीन वर्षों की तुलना में इस बार सभी ब्रांडेड व नॉन ब्रांडेड कंपनियों के सौंदर्य प्रसाधन उत्पादों के दामों में 20 से 25 फीसद का इजाफा हो गया है. ज्ञात रहे कि, सौंदर्य प्रसाधन के क्षेत्र में लैकमी, कलर एसेंस, मैसबुलीन, ब्ल्यूहेवन, स्वीस ब्यूटी, गार्नियर, अयूर जैसी विभिन्न नामांकित कंपनियों के उत्पादों की अच्छी-खासी धूम रहती है. साथ ही हर्बल मेहंदी के क्षेत्र में निशा मेहंदी नामक कंपनी का अच्छा-खासा नाम है. इन सभी कंपनियों के उत्पादों में इस समय अच्छी-खासी तेजी है.
* टिकली, बिंदी व काजल भी हुए महंगे
अमूमन फाउंडेशन, कॉम्पैक्ट, लिप्स्टीक व प्राईमर जैसे महंगे सौंदर्य उत्पादों का प्रयोग महिलाओं द्वारा शादी-ब्याह अथवा किसी कार्यक्रम जैसे विशेष मौके पर ही किया जाता है और रोजमर्रा के जीवन में सजने-संवरने के लिए टिकली-बिंदी तथा काजल-पाउडर जैसे सौंदर्य प्रसाधनों का प्रयोग किया जाता है, जो अपेक्षाकृत तौर पर काफी सस्ते भी होते है. किंतु इन उत्पादों पर भी महंगाई का साया देखा जा रहा है. ऐसे में रोजाना की जानेवाली हलकी-फुलकी साज-सज्जा भी इन दिनों महंगी हो गई है. क्योंकि टिकली-बिंदी व काजल-पाउडर जैसे उत्पादों के दामों में भी 20 से 25 फीसद का इजाफा हो गया है.