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अब अपनों के खिलाफ भी उपायुक्त मडावी ने खोला मोर्चा

मनपा के चिराग तले रहने वाले अंधेरे को दूर करने का कर रही प्रयास

* दैनिक अमरावती मंडल की खबरों ने दिखाया सकारात्मक असर
* एक झटके में 22 प्रभागों के 44 स्वच्छता निरीक्षक हुए इधर से उधर
अमरावती/दि.24– हाल ही में मनपा ने उपायुक्त (प्रशासन) पद का जिम्मा संभालने वाली माधुरी मडावी ने अपना कार्यकाल शुरु करते ही शहर की साफ-सफाई को लेकर बेहद तीखे तेवर दिखाने शुरु कर दिये थे. जिसके तहत उपायुक्त मडावी खुद हाथ में डंडा लेकर शहर की सडकों के किनारे रहने वाले अतिक्रमण व हाथठेलों को हटाने और शहर में जगह-जगह में लगे कचरे व गंदगी के ढेर को साफ करने हेतु सडकों पर उतरने लगी थी. साथ ही साथ उपायुक्त मडावी ने अंबा नाले से जेसीबी मशीन के जरिए गाद निकालने का काम जारी रहने के दौरान खुद नाले में उतरकर कामकाज का जायजा लिया था. जिसे देखते हुए दैनिक अमरावती मंडल ने उपायुक्त मडावी के काम की तारीफ करने के साथ ही सवाल उठाया था कि, यदि उपायुक्त स्तर के अधिकारी को खुद काम करवाने हेतु सडक पर उतरना पड रहा है, तो मनपा के अधिनस्थ अधिकारी व कर्मचारी क्या कर रहे है. साथ ही दैनिक अमरावती मंडल ने उपायुक्त माधुरी मडावी को यह सलाह भी दी थी कि, उन्होंने सबसे पहले मनपा में अपने महकमे के कामकाज को दुरुस्त करना चाहिए तथा सालोंसाल से एक ही जगह पर कुंडली जमाए बैठे मनपा के स्वास्थ्य निरीक्षकों का इधर से उधर तबादला करना चाहिए, ताकि काम में कुछ सुधार हो सके. इस खबर और सलाह को मनपा उपायुक्त माधुरी मडावी ने बेहद गंभीरता से लिया. जिसके चलते गत रोज ही शहर के सभी 22 प्रभागों के स्वास्थ्य निरीक्षकों को शहर के अलग-अलग प्रभागों में स्थलांतरीत करने का अदेश जारी किया.
बता दें कि, अमरावती मनपा क्षेत्र अंतर्गत कुल 22 प्रभाग है तथा ्रप्रत्येक प्रभाग में एक अथवा 2 जेष्ठ स्वास्थ्य निरीक्षक तथा 2-2 स्वास्थ्य निरीक्षक नियुक्त किये गये है. जिनके अधीन मनपा की सेवा में रहने वाले 5-5 सफाई कर्मी भी नियुक्त होते है. इसके अलावा मनपा द्वारा साफ-सफाई के काम हेतु नियुक्त किये गये ठेकेदारों के सफाई कर्मी भी प्रत्येक वार्ड व प्रभाग में साफ-सफाई का काम करते है. परंतु इसके बावजूद भी शहर में साफ-सफाई की व्यवस्थाका नितांत अभाव रहता है. जिसके पीछे सबसे मुख्य वजह यह है कि, कई ज्येष्ठ स्वास्थ्य निरीक्षक व स्वास्थ्य निरीक्षक स्थानीय नेताओं व मनपा अधिकारियों के साथ मिलीभगत करते हुए विगत कई वर्षों से एक ही स्थान पर कुंडली जमाये बैठे हुए है तथा अपने काम की ओर कोई ध्यान भी नहीं देते. जिसका खामियाजा कचरे व गंदगी के ढेर बढने के तौर पर विगत कुछ वर्षों से अमरावती की जनता भुगत रही है. ऐसे में दैनिक अमरावती मंडल द्वारा अमरावती शहर में व्याप्त समस्या की मूल जड की ओर ध्यान दिलाये जाते ही उपायुक्त माधुरी मडावी ने इसे सटिक तरीके से पकड लिया और खबर प्रकाशित होने के अगले ही दिन मनपा के 22 प्रभागों में विगत लंबे समय से एक ही स्थान पर कार्यरत रहने वाले स्वास्थ्य निरीक्षकों को तुरंत इधर से उधर करते हुए उनके तबादले का आदेश जारी किया. जिससे मनपा के स्वास्थ्य विभाग में अच्छा खासा हडकंप व्याप्त है.

– सफाई ठेकेदारों को भी मडावी मैडम की सख्त ताकीद
* पर्याप्त मनुष्यबल लगाओ, अन्यथा ठेका रद्द
इसके साथ ही शहर को साफ-सुथरा रखने को लेकर बेहद आग्रही भूमिका अपनाने वाली मनपा उपायुक्त माधुरी मडावी ने शहर की स्वच्छता के संदर्भ में झोन निहाय ठेकेदारों के नाम की कडी हिदायत जारी करते हुए कहा कि, सभी सफाई ठेकेदारों को अपने-अपने झोन में पर्याप्त सफाई कर्मी लगाने होंगे और यदि सफाई ठेकेदारों द्वारा ऐसा नहीं किया जाता है, तो उनके ठेका करार को रद्द करते हुए उन्हें ब्लैकलिस्टेट किया जाएगा.
उल्लेखनीय है कि, झोन निहाय ठेका पद्धति के तहत हर एक प्रभाग में कितने सफाई कर्मचारी होने चाहिए. इसका ठेका करार में स्पष्ट उल्लेख नहीं है. जिसके चलते 5 झोन की साफ-सफाई का ठेका रहने वाले तीन स्वच्छता ठेकेदारों ने अपने-अपने झोन में सफाई कामगार नियुक्त किये है. जिनकी संख्या बेहद अत्यल्प रहने की शिकायतें अक्सर ही सामने आती है. ऐसे में अब प्रभाग के क्षेत्रफल और सफाई कामगारों की जरुरत को देखते हुए प्रत्येक प्रभाग में कम से कम 100-100 सफाई कर्मी नियुक्त करने का आदेश उपायुक्त माधुरी मडावी द्वारा जारी किया गया है. साथ ही उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी है कि, यदि आगामी 30 जुलाई तक कोई भी सफाई ठेकेदार ऐसा करने में नाकाम साबित होता है, तो उसके ठेका करार को रद्द कर दिया जाएगा.

* जरुरत के हिसाब से किराए पर ली जाएगी मशीनें
इसके साथ ही मनपा उपायुक्त माधुरी मडावी ने मनपा क्षेत्र से होकर बहने वाले सभी छोटे व बडे नालों की साफ-सफाई करने हेतु मनपा के पास उपलब्ध रहने वाले जेसीबी व पोकलेन जैसी मशीनों के अपर्याप्त साबित होने पर ऐसी मशीनों को किराये पर लेने की तैयारी दर्शायी. साथ ही बताया कि, नालों से निकलने वाले गाद व कीचड को खुले रहने वाले गड्ढों तथा उथली जमीन वाले क्षेत्रों में भराव हेतु डाला जाएगा. जिसके लिए जिलाधीश से अनुमति मांगी गई है. साथ ही साथ जिला खनिकर्म विभाग से भी इस हेतु जगह उपलब्ध कराये जाने की मांग की गई है.

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