अब बच्चों पर महंगी शल्यक्रिया होगी पूरी तरह नि:शुल्क
बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत उपलब्ध होगी सुविधा
शालाओं मेें जाकर बीमार बच्चों को खोजा जा रहा
अमरावती/दि.5 – राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम योजनांतर्गत सन 2022-23 में कुल 5 लाख 26 हजार 311 बच्चों की स्वास्थ्य जांच की गई. जिसमें से 404 बच्चों पर विविध शल्यक्रियाएं पूरी तरह से नि:शुल्क की गई. जिसमें पैदाइशी बोलने व सुनने में असक्षम रहने वाले तथा हृदयरोग रहने वाले बच्चों की शल्यक्रियाएं की गई है.
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम अंतर्गत सभी अंगणवाडियों, शालाओं व महाविद्यालयों में जाकर 0 से 18 वर्ष आयु गुट वाले बच्चों का किशोरों की स्वास्थ्य जांच की जा रही है. यह स्वास्थ्य जांच एक साल के दौरान दो बार की जाती है. इस जांच में जिन लोगों को किसी भी तरह की बीमारी या व्यंग है, उनकी सूची तैयार करते हुए उनका नि:शुल्क इलाज किया जाता है. सरकार द्बारा करार किए गए निजी अस्पतालों में यह सभी शल्यक्रियाएं की जाती है. स्वास्थ्य विभाग के इस उपक्रम की वजह से कई जन्मजात मूक व बधीर बच्चें शल्यक्रिया पश्चात बोलने व सुनने लगे. साथ ही जन्मजात हृदय संबंधित बीमारी व समस्या रहने वाले बच्चें शल्यक्रिया पश्चात पूरी तरह से स्वस्थ हो गए है. ऐसे में यह योजना बच्चों के लिए काफी लाभदायक साबित हो रही है.
* क्या हैं राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम
0 से 18 वर्ष आयु गुट वाले बच्चों के सुदृढ स्वास्थ्य हेतु बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम चलाया जाता है. जिसमें बच्चों की महंगी शल्यक्रियाएं पूरी तरह से नि:शुल्क तौर पर की जाती है. इसमें दंतरोग, हाईड्रोसील, हार्निया, टंगटाय, हृदयरोग, कान व आंखों की शल्यक्रिया, अस्थीरोग, कटे व फटे ओठ, तालू तथा अलग-अलग गाठों की शल्यक्रिया नि:शुल्क की जाती है.
* 0 से 18 वर्ष तक नि:शुल्क इलाज
इस योजना के तहत स्वास्थ्य विभाग द्बारा 0 से 18 वर्ष आयु गुट वाले बच्चों का नि:शुल्क इलाज किया जाता है. साथ ही जिन दिव्यांग व बीमार बच्चों को शल्यक्रिया की जरुरत होती है, उनकी नि:शुल्क शल्यक्रिया की जाती है. इसके लिए सभी अंगणवाडियों, शालाओं व महाविद्यालयों में जाकर ऐसे बच्चों की खोजबीन की जाती है.
* एक साल में 5,26,311 बच्चों की जांच
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत अंगणवाडी में पढने वाले 0 से 6 वर्ष आयु गुट के तथा स्कूल व महाविद्यालय में पढने वाले 6 से 18 वर्ष आयु गुट के बच्चों की साल में 2 बार स्वास्थ्य जांच की जाती है. इसके तहत वर्ष 2022-23 में कुल 5 लाख 26 हजार 311 बच्चों की स्वास्थ्य जांच की गई.
* एक साल में 404 बच्चों की नि:शुल्क शल्यक्रिया
वर्ष 2022-23 में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम अंतर्गत 404 बच्चों की नि:शुल्क शल्यक्रिया की गई. जिनमें हृदयविकार कान व आंख तथा हड्डियों से संबंधित शल्यक्रियाओं का समावेश था. यह सभी शल्यक्रियाएं स्वास्थ्य विभाग के साथ करार किए गए निजी अस्पतालों में करवाई गई.
* इलाज के लिए किससे मिले
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम अंतर्गत अपने बच्चों का नि:शुल्क इलाज करवाने हेतु जिलास्तर पर समन्वयक नीलेश पुनसे व तहसीलस्तर पर वैद्यकीय अधिकारी से बच्चों के अभिभावकों द्बारा संपर्क किया जा सकता है. इसके अलावा उपजिला अस्पताल, ग्रामीण अस्पताल व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भी इससे संबंधित जानकारी मिल सकती है.
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम अंतर्गत 0 से 18 वर्ष आयु गुट वाले बच्चों के स्वास्थ्य की ओर ध्यान दिया जाता है. इस कार्यक्रम के तहत जरुरत रहने वाले बच्चों पर हृदय, आंख व कान सहित अस्थिरोग की शल्यक्रिया नि:शुल्क की जाती है. एक साल के दौरान 404 बच्चों की नि:शुल्क शल्यक्रियाएं हुई है.
– डॉ. दिलीप सौंदले,
जिला शल्यचिकित्सक,
अमरावती.