अब कतार में लगने का टेंशन भूल जाओ, घर बैठे समय पर मिलेंगे दस्तावेज
राज्य सरकार ने शुरु की ‘फर्स्ट इन, फर्स्ट आउट’ की प्रक्रिया
* दलाल राज व घूसखोरी पर भी लगेगी लगाम
अमरावती/दि.15 – तहसील कार्यालयों से नागरिकों को विविध सरकारी दस्तावेज व प्रमाणपत्र समय पर मिलने हेतु सरकार ने 29 मई से ‘फर्स्ट इन, फर्स्ट आउट’ यानि ‘फीफो’ नामक उपक्रम की प्रक्रिया शुरु कर दी है. जिसके चलते अब नागरिकों को कतार में खडे रहने और काम जल्दी कराने हेतु ‘लग्गेबाजी’ करने की जरुरत नहीं पडेगी. इस प्रक्रिया के तहत जिस व्यक्ति ने पहले आवेदन किया है, उसे दस्तावेज या प्रमाणपत्र मिले बिना उसके आगे वाले किसी भी आवेदक को दाखला नहीं मिलेगा, यानि अब आवेदकों को कतार नहीं लगानी पडेगी. लेकिन काम कतारबद्ध ढंग से होगा.
बता दें कि, किसी भी सरकारी काम अथवा शैक्षणिक संस्थाओं में विद्यार्थियों के प्रवेश हेतु विविध प्रमाणपत्र मांगे जाते है. जिसके चलते इन दस्तावेजों को प्राप्त करने हेतु लोगों को तहसील कार्यालय के बार-बार चक्कर कांटने पडते है. या फिर काम जल्दी कराने हेतु दलालों को पकडना पडता है और आर्थिक भुर्दंड सहन करते हुए दस्तावेज या प्रमाणपत्र प्राप्त करने पडते है. लेकिन अब ‘फर्स्ट इन, फर्स्ट आउट’ यानि ‘फीफो’ के चलते इन तमाम बातों पर लगाम लगेगी और लोगों को घर बैठे तय समय के भीतर उनके दस्तावेज व प्रमाणपत्र प्राप्त हुआ करेंगे.
* क्या है फीफो प्रक्रिया?
फीफो प्रक्रिया में जिस व्यक्ति ने पहले आवेदन किया है, उसे निर्धारित समय के भीतर पहले सेवा देना जरुरी है.
* घर बैठे ऑनलाइन प्रस्ताव
‘आपले सरकार’ पोर्टल से लोगबाग अब घर बैठे आवश्यक दस्तावेज अपलोड करते हुए किसी भी प्रमाणपत्र या दाखिले के लिए आवेदन कर सकते है.
* अतिरिक्त समय व पैसे की होगी बचत
हर तरह के प्रमाणपत्र जारी करने के लिए निर्धारित कालावधी तय की गई है और इसी निर्धारित कालावधि के भीतर प्रमाणपत्र दिए जाएंगे. जिसके लिए कोई अतिरिक्त शुल्क भी नहीं लिया जाएगा. जिसके चलते प्रमाणपत्र प्राप्त करने हेतु चक्कर काटने में लगने वाले अतिरिक्त समय तथा दलालों को दिए जाने वाले अतिरिक्त पैसों की बचत होगी.
* सरकार के निर्णयानुसार तहसील कार्यालय में 29 मई से ‘फर्स्ट इन, फर्स्ट आउट’ यानि फीफो की प्रक्रिया शुरु की गई है. जिसके चलते नागरिकों को इस प्रक्रिया के अनुसार ही विविध प्रमाणपत्र व दस्तावेज निर्धारित समय के भीतर दिए जा रहे है. अब तक हजारों नागरिकों को इस प्रक्रिया के अंतर्गत प्रमाणपत्र उपलब्ध कराए जा चुके है.
– विजय लोखंडे,
तहसीलदार, अमरावती.
* किस दस्तावेज के लिए कितना समय और शुल्क
प्रमाणपत्र समय शुल्क
उत्पन्न 21 दिन 34 रुपए
रहिवास 21 दिन 34 रुपए
अधिवास 21 दिन 34 रुपए
प्रतिज्ञापत्र 1 दिन 34 रुपए
जाति 45 दिन 34 रुपए
नॉन क्रिमिलेयर 21 दिन 34 रुपए