अब बीपी, शुगर बढने पर शासकीय अस्पताल में नि:शुल्क दवाई उपलब्ध
गरीब मरीजों को राहत, ओपीडी में मरीजों की संख्या में बढोतरी
अमरावती/दि.21– बदली जीवनशैली, खान-पान, व्यायाम के अभाव के कारण वरिष्ठों समेत युवकों में भी ब्लडप्रेशर, शुगर का प्रमाण बढा है. ऐसे मरीजों को नियमित दवाई लेनी पडती है. यह दवाई शासकीय अस्पताल में नि:शुल्क मिलती है. ओपीडी जांच के बाद आवश्यक रही मरीजों को दवाई आपूर्ति किए जाने से मरीजों को राहत मिली है.
पहले बीपी, शुगर जैसी बीमारी की परेशान वरिष्ठ नागरिकों में ही देखने मिलती थी. अब बदलती जीवनशैली के कारण 30 वर्ष की आयु से ही कुछ युवकों में बीपी, शुगर की परेशानी देखने मिलती है. हर घर में एक मरीज बीपी, शुगर का दिखाई देता है. ऐसे मरीजों पर शासकीय अस्पताल में नि:शुल्क उपचार तथा नि:शुल्क दवाई का वितरण किया जाता है. पहले 60 वर्ष से अधिक आयु के मरीजों को ही नि:शुल्क दवाई का लाभ मिलता था, लेकिन राज्य शासन की नि:शुल्क स्वास्थ्य सेवा के निर्णय के कारण प्रत्येक मरीज को नि:शुल्क उपचार व दवाई मिल रही है. 60 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को शासकीय अस्पताल में शुरुआत से ही नि:शुल्क उपचार व दवाई दी जाती है. इन मरीजों में बीपी, शुगर का प्रमाण अधिक है. पहले वरिष्ठ नागरिकों को ही इसका लाभ मिलता था. लेकिन 15 अगस्त 2023 से राज्य शासन ने नि:शुल्क उपचार सुविधा का निर्णय लिया रहने से अब सभी मरीजों किो शासकीय अस्पताल में नि:शुल्क उपचार मिलता है.
* युवाओं व वरिष्ठों की दवाई के लिए भीड
शासकीय अस्पताल की स्वास्थ्य सेवा नि:शुल्क होने से यहां आने वाले मरीजों की संख्या में काफी बढोतरी हुई है. इस कारण अस्पताल के दवाई केंद्र की खिडकी पर मरीजों की लंबी कतार देखने मिलती है.
* मरीजों को नि:शुल्क सेवा
शासन के निर्देश के मुताबिक जिला अस्पताल में आनेवाले प्रत्येक मरीजा को नि:शुल्क स्वास्थ्य सेवा और दवाई दी जा रही है. इस कारण ओपीडी में भी मरीजों की संख्या में बढोतरी हुई है. हर दिन हजारों मरीज स्वास्थ्य सेवा का लाभ ले रहे हैं.
– डॉ. दिलीप सौंदले
सीएस अमरावती