अमरावती/दि.31– जिले की सर्वर की समस्याओं के कारण विगत एक माह से सार्वजनिक अनाज वितरण पूरी तरह से ठप्प है. 70 से 80 प्रतिशत राशनकार्ड धारकों को अभी तक अनाज की आपूर्ति नहीं हुई. जिसके कारण शासन ने इसके बाद पुरानी पध्दति से अनाज वितरण करने का निर्णय लिया है. सरकार के इस निर्णय के कारण राशनकार्ड धारकों सहित राशन दुकानदारों ने संतोष व्यक्त किया है. तथापि कुछ लोग आशंका जता रहे है कि पुरानी पध्दति अपनाने से राशन के अनाज का कालाबाजार बढ सकता है. ऑनलाइन के बावजूद काफी प्रमाण में सरकारी अनाज की कालाबाजारी की शिकायतें मिलती रही हैं.
खाद्य सुरक्षा कानून अंतर्गत राशनकार्ड के माध्यम से गरीबों को नि:शुल्क अनाज वितरित किया जाता है. इसके लिए सार्वजनिक वितरण प्रणाली पीडीएस कार्यरत है. इसमें पारदर्शिता आए. इसके लिए ऑनलाइन यंत्रणा शुरू की गई थी. इसके द्बारा राशनकार्ड धारको कितना अनाज मिलता है. इसकी जानकारी दी जाती है. (ई-पीओएस)यानी इलेक्ट्रॉनिक पाइंट ऑफ सेल यंत्रणा यह केन्द्रीय यंत्रणा है. राशनकार्ड धारकों को कितना और कब अनाज वितरित किया गया. इसकी जानकारी मिलती है. इसके लिए राशनकार्ड धारकों के आधारकार्ड संलग्न होने की आवश्यकता है. राशनकार्ड पर कोई भी सदस्य राशन दुकान पर ई-पीओएस पर अंगूठा देकर राशन कार्ड ले सकता है. अंगूठा लगाने के बाद मशीन में से रसीद निकलती है. इसमें अनाज वितरण का संपूर्ण विवरण होता है. परंतु गत एक माह से सर्वर डाउन होने के कारण जिले के राशनकार्ड धारकों को सार्वजनिक अनाज से वंचित किया है. सामान्य जरूरतमंद राशनकार्ड धारक रोज राशन दुकान के चक्कर काट रहे है. अनाज के लिए परेशान हो रहे है. उसी प्रकार तत्काल ऑफलाइन अनाज आपूर्ति न करने पर तीव्र आंदोलन की भूमिका आम आदमी ने ली है. ऐसी ही स्थिति पूरे राज्य की है. जिसके कारण राज्य के राशन दुकानदारों ने संबंधित जिलाधिकारी को ेनिवेदन देकर तत्काल ऑनलाइन अनाज वितरण करने की मांग की है. उसी प्रकार एकाध दुकानदारों पर प्राणघातक हमला होने की संभावना नकारी नहीं जा सकती, ऐसा संबंधित अधिकारी को बताया था. विगत एक माह से सर्वर की समस्या होने के कारण जरूरतमंद राशनकार्ड धारक अनाज से वंचित है. जिसके कारण प्रशासन ने पुराने तरीके से अनाज वितरण करने का निर्णय लिया है और मंगलवार की सायंकाल जीआर भी निकाला गया. जिसके कारण इसके बाद जिला सहित पूरे राज्य में राशनकार्ड धारकों को पुरानी पध्दति से अनाज वितरण किया जायेगा. राशनकार्ड धारकों को अनाज वितरण करते समय संंबंधित अधिकारियों के सामने ही अनाज वितरण करना पडेगा.अनाज वितरण करने के बाद दुकानदारों को पूरी जानकारी शासन की (आयएमपीएस) पोर्टल पर भरनी पडेगी. ऐसा जीआर में दर्ज किया है. जिसके कारण मंगलवार की सायंकाल से राशनकार्ड धारकों ने अनाज के लिए राशन दुकान के सामने भीड की थी.
* आयएमपीएस पोर्टल में भरनी पडेगी जानकारी
सर्वर में समस्या होने के कारण अनाज वितरण बंद है. जिसके कारण शासन ने पुराने पध्दति से अनाज वितरण करने का निर्णय लिया है. उसी प्रकार अनाज वितरण करने के बाद दुकानदारों को सभी जानकारी शासन के आयएमपीएस पोर्टल मेें भरनी पडेगी.
निनाद लांडे,
जिला आपूर्ति अधिकारी
* जिले में 1 हजार 914 राशन दुकानदार
शहर में 165 और जिले मेें 1 914 राशन दुकान है. प्रत्येक राशन दुकानदार ने कर्मचारियों के सामने अनाज वितरण करे, ऐसा शासन का आदेश है. परंतु आपूर्ति विभाग में कर्मचारियों की संख्या कम होने के कारण शासन का आदेश का अमल होगा कि नहीं? ऐसा सवाल निर्माण हो रहा है.