मुंबई दि.28– वैद्यकीय अभ्यासक्रम हिंदी में उपलब्ध करवाये जाने के मध्यप्रदेश सरकार के निर्णय की तर्ज पर अब महाराष्ट्र में भी वैद्यकीय शिक्षा मराठी में उपलब्ध करवायी जाएगी. जिसमें एमबीबीएस सहित आयुर्वेद, होमियोपैथी, दंतचिकित्सा, नर्सिंग, फिजियोथेरेपी, अभ्यासक्रम का समावेश रहेगा. आगामी 2023 शैक्षणिक सत्र से शुुरुआत की जाएगी. मराठी भाषा में वैद्यकीय शिक्षा बंधनकारक नहीं होगी. बल्कि अच्छी होगी.
मराठी में वैद्यकीय शिक्षा का अभ्यासक्रम बनाने की 2 महिनों से तैयारियां शुरु है. इसके लिए वैद्यकीय क्षेत्र के विशेषज्ञों की समिति स्थापित की गई है. भाषांतर करते समय किसी भी वैद्यकीय अभ्यासक्रम में बदलाव नहीं किया जाएगा. केवल वैद्यकीय अभ्यासक्रम की पुस्तकें मराठी में उपलब्ध करवाई जाएगी. जिसमें 3 स्तर पर वैद्यकीय समिति द्बारा जांच की जाएगी.
* प्रधानमंत्री मोदी द्बारा घोषित नई शिक्षा नीति का एक भाग
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्बारा घोषित नई शिक्षा नीति का यह एक भाग है. जिसमें वैद्यकीय शिक्षा स्थानीय भाषा में देने का निर्णय लिया गया है. इस संदर्भ में कुछ महिनों में ही तैयारियां पूर्ण कर ली जाएगी. अभ्यासक्रम में बदलाव नहीं होगा. एमबीबीएस सहित अन्य अभ्यासक्रमों का इसमें समावेश होगा. इसके अंतर्गत एमबीबीएस को प्राथमिकता दी गई है.
– गिरीष महाजन, वैद्यकीय शिक्षा मंत्री
* विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है
वैद्यकीय अभ्यासक्रम मराठी भाषा में तैयार करने के लिए विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है. जिसमें विविध वैद्यकीय महाविद्यालयों के प्राध्यापक, अधिष्ठाता, निजी विशेषज्ञों का भी समावेश है.
– डॉ. अश्विनी जोशी, सचिव, वैद्यकीय शिक्षण विभाग