अमरावती

अब झोन निहाय अतिक्रमण कार्रवाई

मनपा आयुक्त डॉ. आष्टीकर के निर्देश

अमरावती/दि.23 – महानगरपालिका अंतर्गत स्वतंत्र अतिक्रमण निर्मूलन यूनिट द्बारा होने वाली अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई अब झोन निहाय की जाएगी. मनपा आयुक्त डॉ. प्रवीण आष्टीकर ने सभी 5 झोन के सहायक आयुक्तों को अतिक्रमण निर्मूलन कार्रवाई की जिम्मेदारी सौंपी है. जिससे अब प्रत्येक झोन क्षेत्र में स्वतंत्र पथक कार्यरत रहेगा, जिसके माध्यम से झोन निहाय अतिक्रमण निर्मूलन कार्रवाई की जाएगी. नागरिकों से भी अपने-अपने झोन क्षेत्र की शिकायतें संबंधित झोन कार्यालय में ही करने की अपील आयुक्त डॉ. प्रवीण आष्टीकर द्बारा की जा रही है.
आयुक्त डॉ. आष्टीकर ने बताया कि, मनपा के सभी 5 झोन कार्यालय से ही जनता की सभी शिकायतों का निराकरण किया जाएगा. शहर का अतिक्रमण निकालने के लिए मनपा के पास स्वतंत्र अतिक्रमण विभाग कार्यरत है. लेकिन शहर में अतिक्रमण कार्रवाईयों की संख्या देखते हुए प्रत्येक झोन कार्यालय के माध्यम से अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया है. मनपा के अतिक्रमण विभाग के माध्यम से ही नाले सफाई, मुख्य बाजार परिसर में अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई की जाती है. इसके बाद भी कई शिकायतों का निराकरण नहीं होता, झोन स्तर पर ही संबंधित शिकायतों का निराकरण हुआ, तो शहर में अतिक्रमण पर कडी कार्रवाई होना संभव है. इसीलिए सभी झोन कार्यालयों को अपने-अपने झोन क्षेत्रों के अतिक्रमण पर कार्रवाई के निर्देश दिये गये है. इसके लिए प्रत्येक झोन को साहित्य व यंत्रणा उपलब्ध करायी गई है.

* झोन कार्यालयों में नहीं होता काम
महानगरपालिका अंतर्गत शहर के प्रशासकीय कामकाज के लिए 5 झोन बनाये गये है. प्रत्येक झोन में सहायक आयुक्त की नियुक्ति की गई है. लेकिन यह झोन कार्यालय केवल नाम के लिए ही है. इन कार्यालयों में कोई काम नहीं होता. जनता की शिकायतों का निराकरण नहीं होने से लोग अपनी समस्याएं लेकर सीधे मनपा मुख्यालय पहुंचते है. सहायक आयुक्त स्तर पर किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की जाती, यह बात जग जाहीर है. इसलिए मनपा के झोन कार्यालयों को सक्षम बनाने की जरुरत है.

* झोन कार्यालय में ही समस्याओं का निराकरण
प्रत्येक झोन के सहायक आयुक्तों को सभी अधिकार दिये गये है. लेकिन वे अपने अधिकारों का इस्तेमाल नहीं करते. इसीलिए नागरिक सभी छोटे-बडे कामों के लिए आयुक्त के पास आते है. लेकिन छोटी-बडी समस्याओं को सुनने और निवेदन स्विकारने में ही आयुक्त का सर्वांधिक समय खर्च होता है. इसलिए सभी झोन के सहायक आयुक्तों को झोन कार्यालयस्तर पर ही जनता की शिकायतों का निराकरण करने के आदेश जारी किये गये है. झोन स्तर से नागरिकों की शिकायतों का निराकरण हुआ, तो लोगों को मनपा में आने की जरुरत नहीं पडेगी. जनता को भी झोन कार्यालयों में ही शिकायतें करने की आदत लगेगी.

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