अमरावती/दि. 8– श्री शिवाजी शिक्षण संस्था व्दारा संचालित डॉ. पंजाबराव देशमुख स्मृति वैद्यकीय महाविद्यालय संलग्नित अस्पताल को महाराष्ट्र शासन की तरफ से कीडनी प्रत्यारोपण शस्त्रक्रिया करने की अनुमति हाल ही में प्राप्त हुई है.
संस्था ने मार्च में इस संबंध का प्रस्ताव महाराष्ट्र शासन को प्रस्तुत किया था. प्रस्ताव की जांच कर शासनस्तर पर जिला शल्य चिकित्सक, अमरावती की निरीक्षण समिति ने संस्था के प्रस्ताव का प्रत्यक्ष जायजा कर इसके लिए लगने वाले विशेषज्ञ मनुष्यबल, शस्त्रक्रिया गृह, आईसीयू व अन्य उपलब्ध साधन की संपूर्ण समीक्षा कर आवश्यक त्रुटि की पूर्तता संस्था के माध्यम से पूर्ण करवा ली. निरीक्षण समिति ने अक्तूबर 2023 में शासन को रिपोर्ट प्रस्तुत की थी. उस आधार पर यह मंजूरी दी गई. श्री शिवाजी शिक्षण संस्था के अध्यक्ष हर्षवर्धन देशमुख, महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. अनिल देशमुख, वैद्यकीय अधीक्षक डॉ. गणेश काले, डॉ. पवन टेकाडे, डॉ. सोमेश्वर निर्मल के मार्गदर्शन में यह मंजूरी मिलने की कार्रवाई पूर्ण की गई.
शासन व्दारा पीडीएमसी के ब्रेन स्टेम डेथ समिति में डॉ. गणेश पुंडकर, डॉ. सुनील लव्हाले, डॉ. नारायण उमाले, न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. आनंद काकाणी का समावेश कर पीडीएमसी अस्पताल में कीडनी प्रत्यारोण मंजूरी दी गई है. स्थानीय कीडनी प्रत्यारोपण दल में यूरोसर्जन डॉ. विक्रम देशमुख, डॉ. विशाल बाहेकर, डॉ. राहुल घुले, नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. स्वप्नील मोलके, डॉ. निखिल बडनेकर, एनेस्थिशियन के रुप में डॉ. शशिकुमार चौधरी, डॉ. विजया बोरकर तथा ट्रांसप्लांट कॉर्डिनेटर के रुप में सतीश वडनेकर का समावेश है. आगामी कुछ दिनों में और नेफ्रोलॉजिस्ट, येरोलॉजिस्ट और बधिरीकरण विशेषज्ञों का इस दल में समावेश करने संबंधी शासन को मंजूरी के लिए महाविद्यालय स्तर से प्रक्रिया की जाने वाली है. कीडनी प्रत्यारोपण की अनुमति के कारण जो मरीज डायलिसीस पर है उन्हें इसका लाभ होने वाला है. यह महंगी शस्त्रक्रिया महात्मा ज्योतिबा फुले जनस्वास्थ्य योजना के तहत नि:शुल्क की जाएगी.