* नरेंद्र मोदी का अभिनंदन प्रस्ताव पास
* निरीक्षक देशमुख ने की अमरावती में पराजय की कारण मीमांसा
* पोटे, पातुरकर रहे अनुपस्थित
अमरावती/दि.20 – भारतीय जनता पार्टी के निरीक्षक और भूतपूर्व विधायक डॉ. आशीष देशमुख ने आज शहर में पहुंचकर लोकसभा चुनाव में पार्टी की पराजय के कारणों की मीमांसा की. राजापेठ स्थित पार्टी कार्यालय लक्ष्मणस्मृति में उनकी उपस्थिति में हुई चुनाव नतीजों के बाद की पहली बैठक में प्रधानमंत्री बनने के लिए नरेंद्र मोदी का अभिनंदन प्रस्ताव पारित किया गया. वहीं पार्टी की यहां चुनाव पराजय को लेकर समीक्षा की गई. इस समय मंच पर पूर्व सांसद नवनीत राणा, जिलाध्यक्ष और सांसद डॉ. अनिल बोंडे, सुपर वारियर दिनेश सूर्यवंशी, लोकसभा चुनाव संयोजक जयंत डेहनकर, पूर्व विधायक प्रभुदास भिलावेकर, केवलराम काले, रवींद्र खांडेकर, प्रमोद कोरडे, प्रवीण तायडे आदि अनेक विराजमान थे. भाजपा शहर जिलाध्यक्ष प्रवीण पोटे मुंबई में होने से आज की बैठक में नहीं आये. ऐसे ही पूर्व शहर अध्यक्ष किरण पातुरकर भी निजी कारणों से आज की बैठक से दूर रहे. बैठक में महिला अध्यक्ष गंगा खारकर और भाजयुमो अध्यक्ष कौशिक अग्रवाल सहित अनेक पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित थे.
* बडे बूथ को विभाजित करने की मांग
बैठक में डॉ. देशमुख ने पार्टीजनों से अमरावती में हार के विषय में पूछा, तो बताया गया कि, वोटर लिस्ट से लोगों के नाम गायब थे. उसी प्रकार 1200-1300 वोटर्स वाले बूथ थे. जिसके कारण रात 9 से 10 बजे तक मतदान चला. कई वोटर्स लंबी कतारों के कारण वोटींग न करते हुए लौट गये. ऐसे मेें भाजपा ने प्रस्ताव पारित किया. चुनाव आयोग से वह बडे बूथ विभाजित कर 700 या 500 तक वोटर संख्या सीमित रखने और शाम 5 बजे के बाद कतारें न लगाकर मतदान करवाये. इस प्रकार की गिनती चुनाव आयोग से की जाएगी.
* विधानसभा के लिए तैयारी
लोकसभा चुनाव में पराजय के साथ ही शीघ्र होने वाले प्रदेश विधानसभा चुनाव में जिले में शत-प्रतिशत महायुति विजय सुनिश्चित करने उपाययोजना पर चर्चा की गई. सांसद डॉ. बोंडे ने चुनाव का विश्लेषण करते हुए विचार रखे. उन्होंने कहा कि, कुछ गलतियों के कारण पार्टी की महाराष्ट्र में सीटें कम हो गई. अब विधानसभा चुनाव में इन गलतियों को दूर करने कहा गया. उसी प्रकार विपक्ष के अपप्रचार का भी पार्टी को झटका पहुंचा.
* प्रधानमंत्री का अभिनंदन प्रस्ताव
बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सतत तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के लिए जयंत डेहनकर ने अभिनंदन प्रस्ताव रखा. जिसकी सभी ने तालियां बजाकर स्वागत किया. उसी प्रकार प्रवीण तायडे, गोपाल चंदन, रेखा मावस्कर ने इस प्रस्ताव का अनुमोदन किया. प्रस्ताव ध्वनिमत से पारित किया गया. बैठक में मोदी के पिछले कार्यकाल दौरान हुए राम मंदिर, वाराणसी के विश्वनाथ कॉरिडोअर निर्माण, धारा 370 हटाने के बाद कश्मीर में बढे रोजगार, आतंकवाद पर लगे अंकुश और किसानों के लिए सीधे खाते में दी जा रही प्रतिवर्ष 6 हजार की सम्मान निधि, 80 करोड लोगों को कोरोना काल से 2029 तक निशुल्क राशन, 10 करोड लोगों को शौचालय, 4.5 लोगों को घर आदि बेहतरीन कामों के लिए भी बधाई दी गई और उनके सतत तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के लिए इन कामों को ही श्रेय दिया. बैठक में सभी प्रमुख नेता, विधानसभा प्रमुख, मंडल प्रमुख, मंडल महासचिव, 150 प्रमुख कार्यकर्ता उपस्थित थे.
* राणा पहली बैठक मेें
लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा की पहली बैठक में पूर्व सांसद नवनीत राणा उपस्थित रही. इससे पूर्व वे युवा स्वाभिमान की भी पत्रकार परिषद में नहीं आयी थी. उसी प्रकार स्थानीय मीडिया से उन्होंने अब तक आगे की रणनीति, योजना के बारे में भी बात नहीं की है. आज उन्होंने भाजपाजनों को अवश्य संबोधित किया. नये सिरे से नये जोश के साथ विधानसभा चुनाव में काम करने की बात निवर्तमान सांसद द्वारा कही गई.
* पोटे रहे गैरहाजिर
शहर जिला भाजपा अध्यक्ष पद से त्यागपत्र दे चुके प्रवीण पोटे पाटिल आज की पार्टी समीक्षा बैठक से दूर रहे. बताया गया कि, पोटे मुंबई में पूर्व नियोजित कार्यक्रम के कारण नहीं आ सके. पोटे के त्यागपत्र को लेकर भाजपा नेताओं ने भी कुछ नहीं कहा.
* अब भाजपा में ही काम करुंगी, विधानसभा की 5 सीटों पर कमल खिलाना है
– नवनीत राणा का चुनाव बाद पहला संबोधन
आक्रमक नेत्री के रुप में देशभर में चर्चित नवनीत राणा ने लोकसभा चुनाव में पराजय के पखवाडे भर बाद अपने पुराने तेज तर्रार अंदाज की झलक आज दोपहर दिखलायी. जब राजापेठ स्थित भाजपा कार्यालय में उन्होंने पार्टी निरीक्षक के सामने संबोधन किया. राणा ने अपने संबोधन में डीसीएम देवेंद्र फडणवीस का अनेक बार नामोल्लेख कर कहा कि, फडणवीस के हाथ मजबूत करने के लिए वे अपने लोकसभा क्षेत्र के 6 में से 5 विधानसभा क्षेत्र में कमल खिलाने का प्रयत्न कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर पूरे दमखम से करेगी. राणा ने यह भी कहा कि, वे अब भाजपा में ही रखकर कार्यकर्ता के रुप में कार्य जारी रखेगी. उन्होंने अपने 6-7 मिनट के नपेतुले संबोधन में यह जरुर कहा कि, लोकसभा चुनाव में भाजपा कार्यकर्ताओं की मेहनत के बलबूते 5 लाख 6 हजार वोट प्राप्त किये. उन्होंने बहुत साफगोई से कहा कि, वे प्रत्येक कार्यकर्ता के प्रति आभार व्यक्त करती है. उसी प्रकार उनकी पराजय में चूक किसी की नहीं है. राणा ने यह जरुर कहा कि, उनकी अमरावती से पराजय के कारण देवेंद्र फडणवीस को दिल्ली में पार्टी वरिष्ठों के सामने सिर झुकाना पडा, इस बात का अवश्य मलाल रहा. अब वे अमरावती जिले में विधानसभा चुनाव में जमकर मेहनत करेगी. कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों के साथ मिलकर इस चुनाव में बाजी पलट देना है. 5 स्थानों पर अवश्य कमल खिलाना है. नवनीत राणा की बॉडी लैंग्वेज से भी लगा कि, उनका आत्मविश्वास लौट आया है. राणा ने मेलघाट के जनजातिय अर्थात आदिवासी लोगों द्वारा उन्हें लाखों वोट देने का विशेष उल्लेख किया.