
अमरावती/दि.2– आम को फलों का राजा कहा जाता है और गर्मी के मौसम दौरान लगभग हर कोई आम के रस का जमकर सेवन किया जाता है. जिसके चलते इस समय बाजार में हर ओर विविध प्रजातियों वाले आम विक्री हेतु उपलब्ध हो गए है और आमों की जमकर खरीददारी भी हो रही है. परंतु आम और आमरस का सेवन करते समय कुछ सावधानियां भी बरतनी चाहिए और आम का सेवन निर्धारित प्रमाण में ही करना चाहिए.
स्वास्थ विशेषज्ञों के मुताबिक आम का रस पचने में थोडा भारी होता है, अत: आम के रस में थोडा घी डालकर उसका सेवन करना चाहिए. जिससे आम के रस का स्वाद भी बढ जाता है और वह स्वास्थ के लिए भी काफी लाभकारी साबित होता है. इसके अलावा प्राकृतिक तौर से पके आम का ही सेवन करना चाहिए. कई व्यापारी ज्यादा लाभ कमाने के लिए रासायनिक प्रक्रिया से पके आमों को बाजार में विक्री हेतु लाते है. परंतु ऐसे आमों का सेवन करने स्वास्थ के लिहाज से घातक साबित हो सकता है.
* आमरस के साथ घी का सेवन फायदे में
आमरस के साथ घी मिलाकर खाने का काफी फायदा होता है और घी के साथ आमरस का सेवन करने से वह पचने में हलका भी होता है.
* आम में विटामीन ए, बी व सी
कच्चे आम में मैलिक एसीड भरपुर रहता है. जो आम के पकने के बाद शर्करा में बदल जाता है. जिससे आम का स्वाद मीठा हो जाता है. इसके अलावा आम में विटामीन ए, बी व सी की भरपूर मात्रा रहती है. आंखों के लिए विटामीन-ए, रोगप्रतिकार शक्ति के लिए विटामीन-सी व हड्डीयों के लिए विटामीन-बी फायदेमंद रहता है.
पाउडर वाले आम से रहे दूर
बाजार में कई स्थानों पर पाउडर से पकाए गए आम विक्री हेतु लाए जाते है. जो पचने में काफी भारी रहते है. रासायन के जरिए पकाए गए आमों से दूर ही रहना चाहिए. क्योंकि ऐसे आम स्वास्थ के लिए हानिकारक साबित हो सकते है. अत: प्राकृतिक रुप से पके हुए आमों का ही सेवन करना चाहिए.
* आम में 20 प्रकार के विटामीन होते है. इसके चलते आम का सेवन करना काफी फायदेमंद होता है. यदि आम के रस में घी डालकर उसका सेवन किया जाए तो वह और भी अधिक पोषक हो जाता है तथा पचने में भी हलका रहता है. लेकिन घी भी कम प्रमाण में ही लेना चाहिए. क्योंकि घी की वजह से रक्त में शर्करा का प्रमाण बढने की संभावना रहती है.
– रसिका राजनेकर
आहार विशेषज्ञ