अब यांत्रिक कर्मचारी होंगे चालक व यातायात नियंत्रक बनेंगे वाहक
रापनि द्वारा खोजा गया समस्या का समाधान
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प्रशिक्षण के बाद सौंपी जायेंगे संबंधितों को जवाबदारी
अमरावती/दि.26- निजी व सेवानिवृत्त कर्मचारियों की नियुक्ति का प्रयास कुछ हद तक असफल रहने के चलते अब राज्य परिवहन महामंडल ने एसटी बसों का स्टेअरिंग अपने यांत्रिक विभाग के कर्मचारियों को सौंपने का निर्णय लिया है. जिसके तहत वाहन चला सकनेवाले यांत्रिक कर्मचारियों की सूची तैयार करने का काम शुरू किया गया. इसके पश्चात भारी वाहन चलाने का लाईसेन्स रहनेवाले कर्मचारियों को आरटीओ कार्यालय में तत्काल ऑनलाईन आवेदन करना होगा. पश्चात उन्हें एसटी बस चलाने हेतु सात दिनों का प्रशिक्षण दिया जायेगा. जिसके लिए यांत्रिक कर्मचारियों की पडताल भी की जा रही है.
इसके साथ ही रापनि के विभिन्न आगारों में यातायात नियंत्रक के तौर पर काम करनेवाले कर्मचारियों को वाहक के तौर पर नियुक्त करने की भी योजना है. उल्लेखनीय है कि, इन दिनों रापनि की कई बसों को बिना वाहक-बिना थांबा की तर्ज पर चलाया जा रहा है. इसके तहत यात्रा शुरू करनेवाले डिपो पर ही बस में सवार यात्रियों की एक वाहक द्वारा टिकट वसूल की जाती है तथा बाद में यह बस बिना कंडक्टर रवाना होती है और रास्ते में बस ड्राईवर द्वारा कोई यात्री नहीं लिया जाता. इससे रापनि को काफी हद तक नुकसान हो रहा है. ऐसे में अच्छे-खासे यात्री मिलनेवाले रूटों पर रापनि द्वारा अब यातायात नियंत्रकों को वाहक बनाकर भेजने का नियोजन किया जा रहा है, ताकि रास्ते में पडनेवाले सभी बस स्थानकों से यात्री लिये जा सके.
रोजाना 300 रूपयों का भत्ता
बता दें कि, चालक व वाहक को अत्यावश्यक सेवा में गिना जाना है और उनकी लाईन ड्यूटी पर तैनाती रहने के चलते उन्हें रोजाना 300 रूपये का भत्ता भी दिया जाता है. जो अब चालक व वाहक के तौर पर काम करनेवाले यांत्रिक कर्मचारियों तथा यातायात नियंत्रकों को मिलेगा.
काम पर हाजिर आगार निहाय वाहक-चालक कर्मचारी
आगार कुल कर्मचारी हाजिर कर्मचारी
अमरावती 199 16
बडनेरा 99 02
दर्यापुर 200 04
परतवाडा 202 02
चांदूर बाजार 112 02
वरूड 129 12
मोर्शी 117 14
चांदूर रेल्वे 164 05