अमरावती /दि. 5– निर्वाचन क्षेत्र के अधिकारी, कर्मचारियों पर कडी निगरानी रखनेवाले विधायकों पर अब राज्य शासन ने तेंदूएं पर नजर रखने की जिम्मेदारी सौंपी है. इसके लिए 15 विधायक बस्तीओं में आनेवाले तेंदूएं पर नजर रखनेवाले है. इस कारण विधायकों के निर्वाचन क्षेत्र में जाते समय उन्हें सोचना पडेगा. तेंदूएं जाने पर विधायक अधिकारियों के मुताबिक उन्हें आडे हाथो लेगे क्या? ऐसा प्रश्न भी आम नागरिको में है. तेंदूएं और मनुष्य में संघर्ष टालने के लिए शासन ने 15 विधायक वन विभाग की सहायता को दिए है. इसमें नागपुर विभाग में समीर कुणावार व आशीष जयस्वाल, अमरावती के लिए संजय कुंटे, यवतमाल के लिए अशोक उईके और मदन येरावार, गढचिरोली में कृष्णा गजबे, चंद्रपुर में प्रतिभा धानोरकर, कोल्हापुर विभाग में अनिल बाबर, प्रकाश आविटकर, जयंत पाटिल, मानसिंग नाईक, पुणे के लिए अतुल बैनके व अशोक पवार, ठाणे सुनील प्रभू और नाशिक के लिए दिलीप बनकर ऐसे विभागनिहाय विधायको की फौज तेंदूएं के लिए सुसज्ज है.