अमरावतीमहाराष्ट्र

अब सरकारी अस्पतालों में शाम के समय भी ओपीडी

मेलघाट में सरकारी अस्पतालों के बिना कोई दूसरा पर्याय नहीं

अमरावती/दि.22– सभी सरकारी अस्पताल व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के बाह्य रुग्ण विभाग अब रोजाना सुबह 8.30 से 12.30 व शाम 4 से 6 बजे के दौरान कार्यरत रहेंगे, ऐसा आदेश स्वास्थ्य आयुक्त द्वारा जारी किया गया है. जिसके अनुसार शहर सहित जिले के ग्रामीण इलाकों में स्थित सरकारी अस्पतालों में ओपीडी के समय का पालन करना अनिवार्य है. जिसके चलते अब शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले सर्वसामान्य लोगों को सरकारी अस्पतालों में सुबह और शाम के वक्त अपनी स्वास्थ्य कराने की सुविधा उपलब्ध रहेगी और उन्हें निजी अस्पतालों में नहीं जाना पडेगा. विशेष उल्लेखनीय है कि, मेलघाट जैसे दुर्गम आदिवासी इलाकों में रहने वाले लोगों के पास स्वास्थ्य संबंधित दिक्कत पैदा होने पर सरकारी अस्पतालों के अलावा अन्य कोई दूसरा पर्याय उपलब्ध नहीं होता. ऐसे में केवल एक समय की ओपीडी सुविधा रहने के चलते शाम के वक्त तबीयत बिगडने पर लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पडता था.

बता दें कि, 15 अगस्त 2023 से सरकार द्वारा सभी सरकारी अस्पतालों व स्वास्थ्य केंद्रों में हर तरह की स्वास्थ्य जांच व इलाज को नि:शुल्क कर दिया गया है. जिसके चलते जिला अस्पताल सहित उपजिला व ग्रामीण अस्पतालों में ओपीडी बढ गई. परंतु इन अस्पतालों में वैद्यकीय अधिकारियों व कर्मचारियों की संख्या पहले की तरह ही है. ऐसे में प्रत्येक मरीज को समय पर आवश्यक उपचार सुविधा मिलने हेतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रयास किया जा रहा है. जिसके लिए अब सुबह 8.30 से दोपहर 12.30 बजे तक और शाम 4 से 6 बजे तक बाह्य रुग्ण विभाग को कार्यरत रखने का आदेश जारी किया गया है. परंतु कुछ सरकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों व उपकेंद्रों में डॉक्टर व कर्मचारी समय पर उपस्थित नहीं रहने की शिकायत मरीजों द्वारा की जा रही है. वहीं दूसरी ओर आदिवासी बहुल मेलघाट क्षेत्र की चिखलदरा तहसील अंतर्गत ग्रामीण इलाकों के स्वास्थ्य केंद्रों पर शाम के समय शुरु रहने वाली ओपीडी में अच्छी खासी भीडभाड दिखाई दी. इस क्षेत्र में प्रत्येक स्वास्थ्य केंद्र पर करीब 20 से 40 गांवों का जिम्मा रहने के चलते मेलघाट के आदिवासियों हेतु यह सुविधा व आयुक्त का आदेश काफी राहत वाले है.

बता दें कि, इन दिनों मेलघाट क्षेत्र में सर्दी, खांसी व बुखार की साथ चल रही है. वहीं काटकुंभ व चुरणी परिसर में गालफुगी जैसी बीमारी कई बच्चों में दिखाई दे रही है.

जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में सार्वजनिक स्वास्थ्य का जिम्मा पूरी तरह से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर निर्भर करता है. जिले के 59 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में शाम की ओपीडी शुरु की गई है. जहां बडे पैमाने पर मरीज स्वास्थ्य जांच हेतु आते है. इसके साथ ही जिला सामान्य अस्पताल तथा उपजिला व ग्रामीण अस्पतालों में भी मरीजों की अच्छी खासी भीडभाड रहती है. जिनकी एक समय की ओपीडी में स्वास्थ्य जांच और चिकित्सा करना संभव नहीं है. अत: अस्पतालों में दो समय की ओपीडी रखी जा रही है.
– डॉ. सुरेश आसोले,
जिला स्वास्थ्य अधिकारी, अमरावती.

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