अमरावतीमहाराष्ट्र

अब हमारे जीने-मरने का मसला, सभी को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी

कोरोना से निपटने के लिए ‘अमरावती पैटर्न‘ लाया जायेगा अमल में

प्रतिनिधि/दि.१७ अमरावती-इस समय कोरोना की बीमारी जिस तरह से फैल रही है, उसे देखते हुए कहा जा सकता है कि, अब हम सभी के जीने-मरने पर सवालियां निशान लग गया है. ऐसे में केवल सरकार और प्रशासन के भरोसे बैठकर काम नहीं चल सकता और जनता को खुद आगे बढकर अपनी सुरक्षा पर ध्यान देना होगा और समाज के हर एक घटक को अपनी जिम्मेदारी समझकर अपने साथ-साथ दूसरों की सुरक्षा के लिए आगे आना होगा, ताकि हम सब कोरोना की बीमारी को हरा सकेंगे और एक बार फिर पहले की तरह सामान्य ढंग से अपना जीवन व्यतित कर सकेंगे. इस बात को ध्यान में रखते हुए हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल ने प्रशासन के सभी घटकोें और जनप्रतिनिधियों को एक मंच पर लाने की संकल्पना पर विचार करना शुरू किया. साथ ही हम अपनी तरह का एक अनूठा अभियान शुरू करने जा रहे है. जिसके तहत शहर के हर एक इलाके में मोहल्ला समितियों का गठन किया जायेगा. जिसके जरिये हर एक घर तक पहुंच बनाते हुए कोरोना को लेकर जनजागृति की जायेगी, ताकि इस वैश्विक महामारी को अमरावती से खत्म कर अमरावती को पूरी तरह से कोरोना मुक्त किया जा सके. इस आशय का प्रतिपादन श्री हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल के प्रधान सचिव पद्मश्री प्रा. प्रभाकरराव वैद्य ने किया. बता दें कि, विगत तीन दिनों से हव्याप्रमं द्वारा हेल्पलाईन, प्रशासन एवं मनपा पदाधिकारियों सहित सभी नगरसेवकों के साथ अलग-अलग दौर में बैठके की जा चुकी है. साथ ही शुक्रवार को जिले की सांसद सहित सभी विधायकों एवं सरकारी व निजी डॉक्टरों के साथ बैठक बुलायी गयी है. वहीं शनिवार को जिला प्रशासन, मनपा प्रशासन एवं पुलिस महकमे के आला अधिकारियों के साथ बैठक होने जा रही है. इन तमाम बैठकोें में अमरावती से कोरोना को जल्द से जल्द खत्म किये जाने को लेकर ही आवश्यक विचार-विमर्श किया जा रहा है. जिसके तहत हव्याप्रमं की अगुआई में शहर के हर एक इलाके में मोहल्ला समितियों का गठन करने की पहल की जा रही है. * लोगों में लापरवाही बढने से फैल रही बीमारी इस संदर्भ में दैनिक अमरावती मंडल ने पद्मश्री प्रा. प्रभाकरराव वैद्य से विशेष तौर पर बातचीत की और इस विशेष साक्षात्कार के दौरान पद्मश्री प्रा. प्रभाकरराव वैद्य ने उपरोक्त प्रतिपादन किया. इस बातचीत के दौरान प्रा. वैद्य ने कहा कि, विगत तीन-चार माह से सरकार एवं प्रशासन कोरोना की महामारी से निपटने हेतु लगातार काम करते-करते अब शायद थक गये है. वहीं शुरूआती दौर में जनता के बीच लॉकडाउन को लेकर जो उत्सूकता व कोरोना को लेकर जो सतर्कता थी, वह अब धीरे-धीरे खत्म हो गयी है. जिसकी वजह से लोगों में अब काफी हद तक लापरवाहीवाला आलम है, लेकिन इसकी वजह से लॉकडाउन में छूट मिलने के बाद अमरावती शहर में कोरोना बडी तेजी से फैल रहा है. ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि, अब प्रशासन और सामान्य जनता के बीच संवाद की स्थिति कायम की जाये तथा दोनों घटक साथ मिलकर काम करे. * किसी को तो आगे बढना ही था, तो हमने कदम बढाया इस समय पद्मश्री प्रा. प्रभाकरराव वैद्य ने कहा कि, विगत तीन-चार माह से प्रशासन अकेले ही काम कर रहा है और नागरिक समूहों व संस्थाओं द्वारा प्रशासन को जिस तरह का साथ मिलना चाहिए था, वह अब तक नहीं मिला है. ऐसे में किसी न किसी को तो आगे बढकर यह जिम्मेदारी उठानी ही थी, जो हमने उठा ली. प्रा. वैद्य का कहना रहा कि, श्री हव्याप्रमं का ब्रिदवा्नय ही ‘आगे बढो – सबसे आगे बढो‘ है और हमने हमेशा ही अमरावती शहर की जरूरतों और समस्याओें के समय स्थानीय प्रशासन का भरपूर साथ दिया है. अपनी इसी परिपाटी को आगे बढाते हुए अब हम अमरावती शहर में अपनी तरह का एक अनूठा अभियान शुरू करने जा रहे है, ताकि कोरोना की महामारी को अमरावती से हद्दपार किया जा सके और यहां के एक-एक बाqशदे की qजदगी को सुरक्षित किया जा सके. * शहर के एक-एक घर पर रहेगी नजर अपने इस अभियान की संकल्पना के बारे में बताते हुए प्रा. प्रभाकरराव वैद्य ने बताया कि, किसी बाहरी व्यक्ति द्वारा दी गई सलाह पर लोगबाग अमूमन ध्यान नहीं देते और उस पर अमल नहीं करते. वहीं यदि उनके ही गली-मोहल्ले के लोगोें द्वारा किसी बात को लेकर समझाईश दी जाती है, तो वह असर करती है. इस बात को ध्यान में रखते हुए हव्याप्रमं ने प्रशासन का सहयोग लेकर मनपा के सभी प्रभागों में वहां के पार्षदों व स्थानीय कार्यकर्ताओं का समावेश कर मोहल्ला समिती गठित करने की संकल्पना पर काम करना शुरू किया है. इन मोहल्ला समितियों में संबंधित प्रभाग व वॉर्ड के हर एक गली-मोहल्ले के व्यक्ति को शामिल किया जायेगा. और इस मोहल्ला समिती में शामिल सभी सदस्य अपने-अपने रिहायशी क्षेत्र में आनेवाले एक-एक घर पर नजर रखेंगे और उन घरों में रहनेवाले लोगोें की जानकारी प्राप्त करने के साथ ही उन घरों में बाहरगांव से वापिस लौटे लोगोें के साथ-साथ संबंधित घरों में यदि कोई व्यक्ति बीमार है तो उसकी जानकारी से प्रशासन को अवगत करायेंगे. इसके अलावा जिन लोगों को स्वास्थ विभाग द्वारा होम कोरोंटाईन किया जाता है, ऐसे लोग यदि अपने घरों से बाहर घुमते है तो मोहल्ला समितियों द्वारा उन पर भी नजर रखी जायेगी. साथ ही उन्हें घर पर ही रहने के बारे में समझाते हुए ऐसे लोगोें की जानकारी भी प्रशासन को दी जायेगी. * मैं खूद शहर के सभी प्रभागों व मोहल्लों का दौरा करूंगा अपनी आयु के ८० से अधिक वसंत देख चुके प्रा. प्रभाकरराव वैद्य इस उम्र में भी बेहद सक्रिय है और शहर में सामाजिक सद्भाव कायम रखने हेतु सतत प्रयासरत है. इसके साथ ही अब प्रा. प्रभाकरराव वैद्य ने शहर को कोरोना मुक्त करने हेतु अपनी तरह का एक अनूठा अभियान भी शुरू किया है. इस संदर्भ में अपने विचार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि, वे केवल मोहल्ला समितियों का गठन करके ही चुप नहीं बैठेंगे, बल्कि खुद शहर के अलग-अलग इलाकों व एक-एक मोहल्ले का दौरा करेंगे. साथ ही हर परिसर के लोगों के साथ संवाद साधते हुए उन्हें कोरोना की बीमारी के बारे में जागरूक करते हुए उन्हें इस अभियान में शामिल करेंगे. * धारावी सें भी ज्यादा प्रभावी होगा अमरावती पैटर्न इस बातचीत के दौरान प्रा. प्रभाकरराव वैद्य ने बताया कि, जब मुंबई के धारावी इलाके में कोरोना का संक्रमण फैला तो पुरे राज्य में qचता की लहर दौड गयी, ्नयोेंकि धारावी इलाका एशिया की सबसे बडी स्लम बस्ती है. ऐसे में सभी को इस बात की qचता थी कि, अब शायद इस इलाके में यह महामारी विकराल रूप ले सकती है, लेकिन धारावी के स्थानीय नागरिकों व स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा की गई पहल के चलते आज धारावी एरिया कोरोना से मुक्त हो चुका है. ऐसे में अमरावती जैसे प्रशस्त व शानदार शहर को कोरोना मुक्त करना कोई बडी बात नहीं है. इस बात के मद्देनजर हव्याप्रमं ने अपनी हेल्पलाईन के जरिये जनजागृति अभियान शुरू करने का फैसला किया है. साथ ही हम प्रशासनिक प्रयासों को जनसहभागिता के साथ जोडने जा रहे है. इस प्रयास को निश्चित तौर पर सफलता मिलेगी और आनेवाले समय में यह अमरावती पैटर्न देश के विभिन्न शहरों में लागू होगा. ऐसा हमें पूरा विश्वास है. * बहुत जल्द ग्रीन झोन में होगी अमरावती अमरावती को आज भी ‘उमरावती‘ कहनेवाले और इस शहर के साथ गहरा जुडाव रखनेवाले प्रा. प्रभाकरराव वैद्य ने कहा कि, आज जब वे शहर की सडकों पर सन्नाटा देखते है, तो उनका मन उन्हें कचोटता है. अमरावतीवासियों के चेहरे पर दिखाई देनेवाले डर को देखकर उनका दिल घबराता है. उन्हें अमरावती के एक बार फिर पहले की तरह हंसते-खेलते देखना है. वे चाहते है कि शहर के स्कूलों और कालेजोें में एक बार फिर सभी बच्चे पहले की तरह चहकें, धमाल-मस्ती करें, साथ ही साथ शहर में एक बार फिर सभी उद्योगधंधे शुरू हो और शहर के बाजारों में पहले की तरह रौनक दिखाई दे. इस बात को ध्यान में रखते हुए ही उन्होंने प्रशासन और जनता के बीच संवाद की कमी को खत्म करने का निर्णय लेते हुए खुद को संवाद सेतु की भूमिका में प्रस्तुत किया है और वे चाहते है कि, अमरावती जल्द से जल्द एक बार फिर ग्रीन झोन में आ जाये और अमरावती के सभी लोग दुबारा पहले की तरह सामान्य जीवन जी सके. * सभी को हर तरह का मतभेद भुलाकर साथ आना होगा इस विशेष साक्षात्कार में प्रा. प्रभाकरराव वैद्य ने कहा कि, वे सभी राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों को इस अभियान के जरिये एक मंच पर ला रहे है और वे चाहते है कि, अमरावती शहर का हर एक व्यक्ति अपने राजनीतिक व दलगत मतभेदों को भुलाकर कोरोना की बीमारी से निपटने हेतु एकजूट होकर काम करें. इसके अलावा शहर के हर एक नागरिक को जाती, धर्म व मजहब जैसे विचारों से उपर उठकर शहर के सामाजिक स्वास्थ व अपने सहित सभी की सुरक्षा के लिए काम करना होगा, तभी हम इस बीमारी के खतरे से निपटने के साथ ही जीत पायेंगे.

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