अमरावती दि.27– खरीफ का सीझन बीतने के साथ ही अब जिले में रबी फसलों की बुआई को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है. इस बार के रबी सीझन दौरान 2 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बुआई होने की संभावना है. जिसे देखते हुए अतिरिक्त बीजों व रासायनिक खादों को उपलब्ध कराने का नियोजन कृषि विभाग द्वारा किया जा रहा है. अनुमान जताया गया है कि, इस बार 1.23 लाख क्विंटल बीजों की जरूरत पडेगी.
बता दें कि, जिले में हरभरे यानी चने की बुआई नवंबर के पहले सप्ताह से शुरू होती है. वहीं गेहू के लिए ठंडी आवश्यक रहने के चलते दिसंबर माह से गेहू की बुआई करनी शुरू की जाती है. इस बार चने का बुआई क्षेत्र डेढ लाख हेक्टेयर और गेहू का बुआई क्षेत्र 50 हजार हेक्टेयर प्रस्तावित रहने की जानकारी कृषि विभाग द्वारा दी गई है. पिछले वर्ष करीब डेढ लाख हेक्टेयर क्षेत्र में रबी सीझन के दौरान बुआई की गई थी. वही इस बार इसमें 50 हजार हेक्टेयर क्षेत्र की वृध्दि होने का अनुमान जताया गया है. इसमें से 5 हजार हेक्टेयर में मक्का व 500 हेक्टेयर में रबी की ज्वारी की बुआई हो सकती है.
इन तमाम बातोें के मद्देनजर सार्वजनिक क्षेत्र से 36,522 क्विंटल तथा निजी क्षेत्र से 55,342 क्विंटल ऐसे कुल 91,834 क्विंटल बीज लगेंगे. इसके अलावा 31,515 क्विंटल बीज इस बार महाबीज के जरिये उपलब्ध कराये जायेंगे. इसके साथ ही कृषि विभाग द्वारा रबी सीझन के लिए 1,15,652 मेट्रिक टन रासायनिक खादों का नियोजन किया जाता है. जिसमें 37,844 मेट्रिक टन यूरिया, 20,350 मेट्रिक टन डीएपी, 14,854 मेट्रिक टन एमओपी, 19,140 मेट्रिक टन कॉम्प्लेक्स, 21,665 मेट्रिक टन एसएसपी तथा 1,800 मेट्रिक टन अमोनियम सल्फेट की जरूरत पडेगी.