
* फिर भी भाव में गिरावट
धामणगांव रेल्वे/दि.5 – किसानों का नया कृषि माल बाजार में आने के पूर्व भाव में गिरावट आती है. यह हमेशा देखा जाता है. ऐसा जानकार किसान कहते है. पिछले कुछ माह में दाल के भाव में भारी गिरावट आयी है.
किसानों का कृषि माल बाजार में बिक्री के लिए आने पर भाव में गिरावट आ गई, इस कारण किराना दुकान के दाल के भाव भी कम हो गये है. शासन की आयात नीति का असर किसानों को सहन करना पड रहा है. भाव कम होने से महिलाओं के चेहरे पर खुशी दिखाई दे रही है. महंगाई दिनोंदिन बढने से आम नागरिकों को खर्च बचाने के लिए काफी पसीना बहाना पड रहा है. दूसरी तरफ खेती का खर्च बढा है. अतिवृष्टि के कारण किसानों की आय में गिरावट आ गई. कपास, तुअर, सोयाबीन सहित किसी भी फसल को भाव नहीं मिले. किसानों का कृषि माल निकलता रहते शासन ने तुअर दाल आयात की. इस कारण बाजार के भाव अपने आप कम हो गये है. हर वर्ष की आयात नीति के कारण किसानों की झोली में कुछ नहीं आता. तुअर दाल प्रतिकिलो 40 रुपए से कम हुई है. वहीं चना दाल भी 20 रुपए से सस्ती हो गई है.
* 130 रुपए किलो तुअर दाल
फरवरी माह में तुअर दाल के भाव 120 से 130 रुपए किलो तक पहुंच गये है. साथ ही चना दाल के भाव भी कुछ मात्रा में कम हुए है.
* ग्राहकों के लिए फायदें
किसानों को रुलाकर ग्राहकों के चेहरे खुशी लायी जाती दिखाई दे रही है. इस नीति के कारण किसानों को आर्थिक संकट का सामना करना पड रहा है. भाव में गिरावट आने से ग्राहकों को राहत मिली है. गरीबों की थाली में भी अब दाल के भाव कम होने से स्वाद दिखाई देगा.
* किसानों पर क्या परिणाम?
नवंबर और दिसंबर माह तक तुअर दाल के भाव आसमान छूने लगे थे. 180 रुपए प्रति किलो तक तुअर दाल पहुंच गई थी. इस कारण तुअर को अच्छे भाव मिलेगे, ऐसी अपेक्षा किसानों को थी. लेकिन सरकार द्वारा तुअर दाल आयात किये जाने से किसानों की अपेक्षा भंग हो गई. वर्तमान में मिल रहे भाव के कारण उत्पादन खर्च भी निकलना कठिन हो गय है.
* दाल के भाव में गिरावट
नवंबर 2024 फरवरी 2025
तुअर दाल 180 130
चना दाल 110 90
उदड दाल 130 120
मूंग दाल 120 115