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अब पुंडलिक जाधव भी जांच के घेरे में

पुलिस खंगाल रही ‘कुंडली’, शिक्षा विभाग से मांगी गई जाधव की जानकारी

अमरावती/दि.2 – ब्रिजलाल बियाणी शिक्षा संस्था में पैसों के बदले नौकरी व नियुक्ति के मामले की जांच करते हुए अब पुलिस द्वारा इस मामले में शिकायतकर्ता रहने वाले पुंडलिक जाधव की भी ‘कुंडली’ खंगाल रही है. जिसके तहत पुलिस ने शिक्षा विभाग से पुंडलिक जाधव से संबंधित तमाम जानकारियां मांगी है. जिसके तहत यह जानने का प्रयास किया जा रहा है कि, अमरावती पंचायत समिति के शिक्षा विभाग ने पुंडलिक जाधव की क्या हैसियत है और जाधव के पास किस तरह के कामों की जिम्मेदारी होती है. साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि, क्या शिक्षा संस्थाओं में की जाने वाली पदभर्ती से संबंधित किसी काम की जिम्मेदारी भी पुंडलिक जाधव के पास होती है तथा शिक्षा संस्थाओं की पदभर्ती प्रक्रिया के साथ जाधव का किस तरह से लेना-देना होता है. बियाणी शिक्षा समिति में पदभर्ती को लेकर चलने वाले आर्थिक लेन-देन वाले इस मामले की जांच के दायरे में अब पुलिस ने एक तरह से पुंडलिक जाधव को भी ले लिया है.
बता दें कि, विगत 13 फरवरी को अमरावती पंचायत समिति के शिक्षा विभाग में कार्यरत पुंडलिक जाधव के साथ बियाणी शिक्षा समिति के संचालक प्रशांत राठी सहित अतुल पुरी, बबलू गाडे, अंकुश मेश्राम, कुंदन शिरकरे व एक अन्य व्यक्ति द्वारा महादेवखोरी परिसर स्थित बंद मकान में बंधक बनाकर निर्ममतापूर्वक मारपीट की गई थी. जिसे लेकर 16 फरवरी को फ्रेजरपुरा पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए पुंडलिक जाधव ने पुलिस को बताया था कि, उसके परिचय में रहने वाले प्रशांत राठी ने बियाणी शिक्षा समिति में प्राध्यापक का एक पद रिक्त रहने की बात कहते हुए कोई योग्य पात्रताधारक अभ्यर्थी बताने हेतु कहा था तथा इस पद पर नियुक्ति देने हेतु 25 लाख रुपए की मांग की थी. जिसके चलते जाधव ने अपने परिचय में रहने वाले महल्ले नामक महिला की नियुक्ति हेतु बात चलाई थी और महल्ले दम्पति ने जाधव व अतुल पुरी की मौजूदगी में प्रशांत राठी को 15 लाख रुपए दिये थे. लेकिन रकम अदा करने के बाद जब लंबे समय तक उक्त महिला को नियुक्ति व नौकरी नहीं मिली, तो जाधव ने प्रशांत राठी को बार-बार फोन लगाते हुए तगादा करना शुरु कर दिया था. पश्चात प्रशांत राठी व अतुल पुरी ने जाधव को 13 फरवरी की दोपहर दस्तूर नगर चौक के पास ही स्थित सोनू बार के पास बुलाया. जहां से उसे जबरन कार में बिठाकर महादेवखोरी परिसर स्थित बंद मकान में ले जाकर उसके साथ कई घंटों तक मारपीट की गई और कुछ कोरे स्टैम्प पेपर पर उसके हस्ताक्षर ले लिया गये. ऐसे में पुलिस ने अपहरण व मारपीट के इस मामले को लेकर प्रशांत राठी सहित अन्य आरोपियों के खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज करते हुए जांच शुरु की. जिसके आधार पर अतुल पुरी, बबलू गाडे, अंकुश मेश्राम व कुंदन शिरकरे को गिरफ्तार भी किया गया. वहीं प्रशांत राठी ने अदालत से गिरफ्तारीपूर्व जमानत हासिल कर ली.
इस अपराधिक मामले के साथ-साथ अमरावती शहर पुलिस द्वारा बियाणी शिक्षा संस्था में पदभर्ती को लेकर चल रहे घोटाले की भी जांच करनी शुरु की गई. जिसके तहत संस्था के मौजूदा अध्यक्ष व सचिव को कई दस्तावेजों के साथ फ्रेजरपुरा थाने बुलाकर करीब 5 घंटे तक पूछताछ की गई. वहीं बियाणी शिक्षा संस्था के करीब 10 वर्षों के दस्तावेज पुलिस द्वारा जब्त करते हुए खंगाले जा रहे है. वहीं प्रशांत राठी की जमानत को खारिज करवाते हुए उसे हिरासत में लेने का भी प्रयास किया जा रहा है. साथ ही साथ अब पुलिस ने प्रशांत राठी के कहने पर महल्ले नामक दम्पति से 15 लाख रुपए का भुगतान प्रशांत राठी को दिलाते हुए खुद भी उस रकम में से कमिशन हासिल करने वाले पुंडलिक जाधव की भी ‘कुंडली’ खंगालने का निर्णय लिया है. जिसके तहत पुलिस ने शिक्षा विभाग को पत्र भेजते हुए पुंडलिक जाधव से संबंधित कई तरह की जानकारी मांगी है. इस पत्र के जरिए पुलिस ने जानना चाहा है कि, पुंडलिक जाधव के पास शिक्षा विभाग में कौनसा टेबल है तथा उसके पास किस तरह के कामों की जिम्मेदारी है. इसके अलावा यदि किसी शिक्षा संस्था में किसी पद पर भर्ती हेतु प्रक्रिया चलती है, तो उसमें शिक्षा विभाग या पुंडलिक जाधव की क्या भूमिका होती है. शिक्षा विभाग से पुंडलिक जाधव को लेकर आवश्यक जानकारी मिलने के बाद पुलिस द्वारा क्या कदम उठाया जाता है, इस ओर सभी की निगाहें लगी हुई है.

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