अमरावती

अब रापनि आया एक्शन मोड में, 116 कर्मियों के तबादले

हडताली कर्मचारियों पर कडी कार्रवाई के संकेत

अमरावती/दि.17 – विगत एक माह से विलीनीकरण की मांग पर अडे रहकर हडताल करनेवाले एसटी कर्मचारियों के खिलाफ अब राज्य परिवहन निगम द्वारा विविध कार्रवाईयां की जा रही है. जिसके तहत 116 कर्मचारियों का एक स्थान से दूसरे स्थान पर तबादला कर दिया गया है. वहीं जल्द ही अन्य कुछ कर्मचारियों के खिलाफ निलंबन व निष्कासन की कार्रवाई की जायेगी. ऐसी जानकारी रापनि के विभाग नियंत्रक श्रीकांत गभणे द्वारा दी गई है.
उल्लेखनीय है कि, अमरावती जिले में विगत करीब सवा माह से रापनि कर्मचारियों द्वारा हडताल की जा रही है. जिसकी वजह से आम नागरिकों को काफी तकलीफों एवं रापनि को भारी आर्थिक नुकसान का सामना करना पड रहा है. विगत सवा माह से चल रही हडताल को खत्म करने हेतु सरकार द्वारा रापनि कर्मियोें को भारी-भरकम वेतनवृध्दि दिये जाने की घोषणा की गई और उनसे कई बार काम पर लौट आने हेतु आवाहन किया गया. जिसके चलते करीब 2400 कर्मचारियों में से केवल 345 कर्मचारी ही काम पर वापिस लौटे किंतु इनमें अधिकांश कर्मचारी प्रशासकीय व यांत्रिक विभाग के है तथा अधिकांश वाहक व चालक अब भी हडताल पर है. ऐसे में काम पर लौटनेवालों में वाहकों व चालकों की संख्या बेहद अत्यल्प रहने के चलते रापनि की बस सेवा अब भी पूरी तरह से बहाल नहीं हो पायी है और केवल मोर्शी व वरूड रूट पर रापनि की 12 फेरियां चल रही है. जिससे रापनि को रोजाना केवल 80 से 90 हजार रूपये की आय हो रही है.
वहीं दूसरी ओर हडताल की वजह से कर्मचारियों का वेतन बंद कर दिया गया है और हडताली कर्मचारियों से काम पर लौट आने का आवाहन करते हुए उन्हें वेतनवृध्दि दिये जाने की पेशकश की गई है. इसके बावजूद भी हडताल पर अडे रहनेवाले कर्मचारियों के खिलाफ कडी कार्रवाई करने की शुरूआत की जा चुकी है. जिसके तहत अमरावती जिले में अब तक 400 कर्मचारियों को निलंबित किया जा चुका है. लेकिन इसके बावजूद भी कर्मचारी विलीनीकरण की मांग से पीछे हटने को तैयार नहीं है. ऐसे में उन्हें काम पर लौट आने का अंतिम मौका देते हुए सरकार की ओर से चेतावनी दी गई है कि, अब भी हडताल जारी रहने पर उन्हें निलंबीत व निष्कासित किया जायेगा. जिसके चलते धीरे-धीरे कुछ कर्मचारी काम पर लौट रहे है. किंतु अब भी अधिकांश चालक व वाहक विलीनीकरण की मांग पर अडे हुए है. ऐसे में अब रापनि द्वारा कर्मचारियों का तबादला करना शुरू किया गया है. जिसके तहत अब तक जिले के 116 कर्मचारियों का अन्य आगारोें में तबादला किया गया है और इसके बाद भी जो कर्मचारी काम पर नहीं लौट रहे, उनके खिलाफ निलंबन और निष्कासन की कार्रवाई की जायेगी. ऐसा भी विभाग नियंत्रक श्रीकांत गभणे द्वारा कहा गया.

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