अमरावती दि.21 – कोविड प्रतिबंधक उपाय योजना के चलते बंद की गई स्कूल फिर से 24 जनवरी से शुरु करने का निर्णय राज्य शासन ने लिया है. जिसके चलते जिले में पहली से बारहवीं तक प्रवेशित पांच लाख से अधिक विद्यार्थियों से स्कूल में धूमधाम रहेगी. घर में ऑनलाईन पढ़ाई से परेशान हुए विद्यार्थियों को अब फिर से स्कूल जाने का इंतजार है.
कोरोना संसर्ग एवं ओमायक्रॉन के बढ़ते संकट को देखते हुए शासन के आदेशानुसार जिलाधिकारी पवनीत कौर ने पहली से आठवीं तक की स्कूल 7 जनवरी से 15 फरवरी तक बंद रखने का निर्णय लिया था. 9 वीं, 10 वीं व 12 वीं की ऑफलाइन पढ़ाई जारी थी. मात्र शाला शुरु करने की मांग पालकों द्वारा की जा रही थी. अधिकांश पालकों का कहना है कि ऑनलाईन पढ़ाई से बच्चों का नुकसान हो रहा है. बच्चों को ऑफलाइन पढ़ाई मिले, ऐसी मांग पालकों द्वारा की जा रही है.
शाला संचालक, शिक्षकों द्वारा भी स्कूल शुरु करने की मांग शासन, प्रशासन से की है. इतना ही नहीं, शासन पर भी स्कूल शुरु करने का दबाव बढ़ता ही गया. परिणामस्वरुप गुरुवार को कॅबिनेट में शालेय शिक्षण मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने पहली से बारहवीं तक की शाला 24 जनवरी से शुरु करने का निर्णय लिया है. अब जिलाधिकारी पवनीत कौर जिले की स्कूल शुरु करने हेतु स्वतंत्र आदेश कब देंगी, इस ओर सभी का ध्यान लगा है.
* कोरोना नियमों का पालन अनिवार्य
कोविड व ओमायक्रॉन वेरिएंट की पार्श्वभूमि पर नियमों का पालन करना होगा. विद्यार्थियों को मास्क, शारीरिक दूरी व भीड़ न हो, इस ओर स्कूल को ध्यान देना होगा. महापालिका क्षेत्र व ग्रामीण भाग की सभी प्रकार की शासकीय, अर्धशासकीय व निजी शालाओं की कक्षा पहली से बारहवीं की कक्षाएं ऑफलाईन शुरु की जाएगी. क्लास रुम सेनिटाईज करने होंगे. 5 लाख 11 हजार 126 विद्यार्थी ऑफलाईन शिक्षा ग्रहण करेंगे.
* शिक्षा विभाग बुखार, सर्दी, खांसी से परेशान
जिला परिषद शिक्षा विभाग के अधिकारी, कर्मचारी सर्दी, खांसी, बुखार से परेशान है. इसलिए अनावश्यक भीड़ टालने के लिए 50 प्रतिशत कर्मचारी उपस्थित रहने के आदेश जारी किए हैं. वैसा कामकाज भी शुरु हो गया है.मात्र अब सोमवार से पहली से बारहवीं की कक्षाएं शुरु करने का निर्णय लिए जाने से शिक्षा विभाग का तनाव बढ़ने वाला ह