अब विद्यार्थियों की 12 अंकी ‘आईडी कुंडली’ रहेगी डिजीलॉकर में
जिले में 104608 विद्यार्थियों की ‘अपार आईडी’ तैयार
अमरावती/दि.2– केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर प्रभावी अमल करने की दृष्टि से आधार कार्ड की तरह विद्यार्थियों की स्वतंत्र शैक्षणिक जानकारी को डिजिटल स्वरुप में संग्रहित करने के उद्देश्य से प्रत्येक जिले में कक्षा 1 ली से 12 वीं तक के विद्यार्थियों की ‘ऑटोमैटेड परमनंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री’ यानि ‘अपार’ आईडी बनाने का निर्देश दिया गया है और इस काम को 30 नवंबर को पूरा करने का आदेश भी शालेय शिक्षा विभाग की ओर से जारी किया गया है. इसके चलते इस समय जिले भर की सभी शालाओं में विद्यार्थियों की ‘अपार आईडी’ तैयार करने का काम युद्धस्तर पर किया जा रहा है.
प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा विभाग अंतर्गत जिले में इस राष्ट्रीय उपक्रम पर अमल किया जा रहा है. जिले में जिला परिषद सहित विविध माध्यमों की 2873 शालाएं है. जिनमें पढने वाले 4 लाख 56 हजार 507 विद्यार्थियों की अपार आईडी बनाने का काम किया जा रहा है और 29 नवंबर तक जिलेभर में 1 लाख 4 हजार 608 विद्यार्थियों की अपार आईडी बनाने का काम पूरा कर लिया गया है.
* क्या है अपार आईडी
अपार आईडी एक तरह से विद्यार्थियों सहित एक अद्वितीय 12 अंकी कोड है. जिस पर विद्यार्थी की शैक्षणिक प्रगती व उसकी उपलब्धियों की जानकारी दर्ज रहेगी.
* नौकरी में भी मदद करेगा ‘अपार’
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने कक्षा 1 लीं से कक्षा 12 वीं तक पढने वाले प्रत्येक विद्यार्थी की ‘अपार’ आईडी तैयार करने का निर्णय लिया है. जो हर विद्यार्थी के लिए स्थायी पहचान के तौर पर काम करेगी तथा इस आईडी में विद्यार्थी के शैक्षणिक प्रगती व उसकी उपलब्धियों की जानकारी भी दर्ज रहेगी. जिसके चलते आगे चलकर इस आईडी की नौकरी हासिल करते समय काफी मदद होगी.
* अब फाइल लेकर घुमने की जरुरत नहीं, डिजीलॉकर में रहेंगे शैक्षणिक दस्तावेज
विद्यार्थियों के लिए ‘अपार’ आईडी कार्ड काफी उपयुक्त साबित होगा. जिसे आधार कार्ड से जोडा जाएगा और इसमें अभिभावकों के आधार क्रमांक काभी समावेश किया जाएगा. इस कार्ड के चलते विद्यार्थियों की पूरी शैक्षणिक जानकारी एक ही स्थान पर उपलब्ध रहेगी.
* ‘वन नेशन, वन स्टूडंट’ आईडी अभियान
इस प्रणाली के तहत विद्यार्थियों को 12 अंकी क्रमांक दिया जाएगा. जिसे ‘वन नेशन, वन स्टूडंट’ आईडी माना जाएगा. इसे साकार करने हेतु युद्धस्तर पर अभियान चलाया जा रहा है.
* कार्ड मिलने के बाद कर सकेंगे लॉग इन
विद्यार्थियों को यह कार्ड मिलने के बाद लॉग इन करने की सुविधा भी प्राप्त होगी. जो विद्यार्थियों के लिए काफी उपयोगी रहेगी.
* शिक्षा, स्कूल, रिजल्ट व घर की जानकारी बस एक क्लीक पर
‘अपार’ कार्ड का क्रमांक पोर्टल पर डाले जाते ही संबंधित विद्यार्थी की पूरी जानकारी सामने आएगी. जिसके चलते अब विद्यार्थियों को अपने शालेय प्रमाणपत्रों को साथ में लेकर घुमने की जरुरत नहीं पडेगी. बल्कि एक क्लीक पर उनकी पढाई लिखाई, नतीजे, स्कूल व घर की जानकारी सामने आ जाएगी.
* आधार व अपार रहेंगे लींक
यू डायस प्लस प्रणाली के तहत जिन विद्यार्थियों का आधार क्रमांक वैध होगा, उनके ही अपार आईडी तैयार करते हुए विद्यार्थियों को अपार क्रमांक के आईडी कार्ड दिये जाएंगे. जिनके जरिए वे शिक्षा विभाग के पोर्टल पर लॉग इन कर सकेंगे.
* शालेय विद्यार्थियों की अपार आईडी बनाने का काम जिलेभर की सभी शालाओं में चल रहा है. जिले में 29 नवंबर तक 4 लाख में से करीब 1 लाख विद्यार्थियों की ‘अपार’ आईडी बनाने का काम पूरा हो चुका है, जो कुल लक्ष की तुलना में 28 फीसद है. वहीं शेष विद्यार्थियों की ‘अपार’ आईडी तैयार करने का काम शिक्षा विभाग के अधिनस्थ महकमों द्वारा युद्धस्तर पर किया जा रहा है और शिक्षा विभाग द्वारा इस काम को शत-प्रतिशत पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है.
– अरविंद मोहरे,
प्राथमिक शिक्षाधिकारी,
अमरावती जिप.