अमरावती

अब विद्यार्थियों को महाविद्यालय से मिलेगी अंकपत्रिकाएं

विद्यापीठ के परीक्षा मंडल (Examination Board) का निर्णय

  • अंतिम सत्र के परिणाम विद्यापीठ द्वारा रोके जायेंगे

अमरावती/दि.8 – अपने तमाम छोटे-मोटे कामोें के लिए विद्यार्थियों द्वारा विद्यापीठ में भीडभाड की जाती है. किंतु अब अंतिम सत्र को छोडकर अन्य सभी सत्रों की अंकपत्रिकाएं महाविद्यालयों से ही वितरित की जायेगी. ऐसा निर्णय परीक्षा मंडल द्वारा एक ऑनलाईन बैठक में लिया गया है. ऐसे में अब विद्यार्थियों एवं उनके अभिभावकों को विद्यापीठ के चक्कर नहीं काटने पडेंगे. केंद्रीय विद्यापीठ अनुदान आयोग के निर्देशानुसार संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ से संलग्नित महाविद्यालयोें में वर्ष 2010 से सेमीस्टर पध्दति पर आधारित परीक्षा लेना शुरू किया गया है. जिसके अनुसार विद्यापीठ के शैक्षणिक विभागों सहित सभी महाविद्यालयों में सेमीस्टर पध्दति पर आधारित परीक्षा लेना शुरू किया गया है. जिसके तहत अभियांत्रिकी सहित विधि, फार्मसी व विज्ञान सहित सभी पाठ्यक्रमों के लिए सेमीस्टर पध्दति के आधार पर परीक्षाएं लिए जाने की शुरूआत की गई. किंतु इससे पूर्व पहले, दूसरे व तीसरे सेमीस्टर में उत्तीर्ण नहीं होनेवाले विद्यार्थियों के चौथै सेमीस्टर की अंकपत्रिका विद्यापीठ द्वारा रोक ली जाती थी. और ऐसे विद्यार्थियों के परिणाम ‘विथहेल्ड’ में रखे जाते थे. पश्चात पिछले सेमीस्टर में उत्तीर्ण होने के बाद उसकी अंकपत्रिका विद्यापीठ में पेश किये जाने के बाद संबंधित विद्यार्थी के परीक्षा परिणाम को ‘क्लिअर’ किया जाता था. इसकी वजह से विद्यापीठ अंतर्गत आनेवाले संभाग के पांचों जिलों के महाविद्यालयों से अभिभावकों व विद्यार्थियों की यहां पर जबर्दस्त भीडभाड हुआ करती है. ऐसे में परीक्षा मंडल में प्रस्ताव रखा गया कि, अब अंकपत्रिकाओं से संबंधित काम महाविद्यालय स्तर पर हो. और इस प्रस्ताव को सर्वसम्मति से मान्यता प्रदान करते हुए निर्णय लिया गया कि, विद्यापीठ द्वारा अब केवल अंतिम सत्र की अंकपत्रिका को ही अपने पास रोका जायेगा.
कुलगुरू डॉ. मुरलीधर चांदेकर की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में परीक्षा व मूल्यांकन मंडल के संचालक डॉ. हेमंत देशमुख, प्र-कुलगुरू डॉ. राजेश जयपुरकर, परीक्षा मंडल के संजय खडतकार, सी. एच. जाधव, अधिष्ठात डॉ. एफ. सी. रघुवंशी, डॉ. अविनाश मोहरील, डॉ. एस. एम. कातोरे, डॉ. दिलीप निचत, डॉ. वैशाली गुडधे व डॉ. राउत आदि उपस्थित थे.

  • विद्यापीठ स्तर पर अब पदवी के अंतिम सत्र पाठ्यक्रम की ही अंकपत्रिका को रोका जायेगा तथा अन्य सभी अंक पत्रिकाओं को महाविद्यालयों से वितरित किया जायेगा. ऐसा निर्णय परीक्षा मंडल द्वारा लिया गया है. ऐसे में अब विद्यार्थियोें को अंकपत्रिका से संबंधित कामों के लिए विद्यापीठ में आने की जरूरत नहीं पडेगी.
    – डॉ. हेमंत देशमुख
    संचालक, परीक्षा व मूल्यांकन मंडल, संगाबा विवि अमरावती.

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