अब एम्बुलेंस चालक-मालक संगठन उतरे सडकों पर
जिला अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ आज से बेमियादी एम्बुलेंस सेवा बंद आंदोलन
अमरावती/दि.11- जिला सामान्य अस्पताल के सीएस व आरएमओ के फर्मान के खिलाफ अमरावती जिला एम्बुलेंस चालक-मालक बहुद्देशीय संगठन ने शुक्रवार से अनिश्चित काल के लिए एम्बुलेंस बंद करने का निर्णय लिया है. एम्बुलेंस सेवा बंद रहने से जिला समान्य अस्पताल में आने वाले मरीजो को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड सकता है.
बता दें कि इर्विन अस्पताल के परिसर मेें ही एम्बुलेंस खडी रहती है. साथ ही यह विगत 20-25 सालों से सेवाएं दे रहे हैं. कोरोना काल में भी जरुतमंद मरीजों को नि:शुल्क सेवा दी गई. सरकारी एम्बुलेंस न रहने के बावजूद भी निजी एम्बुलेंस चालक सेवा देते आ रहे हैं. लावारिस शवों का अंतिम संस्कार संगठन व्दारा किया जाता है. यातायात पुलिस ने भी 10 एम्बुलेंस अस्पताल के सामने खडे रहने की अनुमति दी है. ऐसे में सीएस और आरएमओ ने अस्पताल के पास एम्बुलेंस खडी न करने का आदेश जारी किया है. इस निर्णय के खिलाफ एम्बुलेंस चालकों ने हडताल का निर्णय लिया है. हडताल के दौरान मरीज और उनके परिजनों को होनेवाली तकलीफ के लिए माफी मांगते हुए एम्बुलेंस चालकों की भावना और स्थिति को समझने का आहवान संगठन के अध्यक्ष भारत जवंजाल, सचिव किशोर जायले, निरंजन खंडारे, अनूप खडसे, संतोष घाटे, संतोष राउत, सुधीर गावंडे, राजू वाकोडे, विनोद शेंद्रे, शरद राउत, स्वप्नील सगणे, बाबाराव हिवाराले, किशोर लाडेकर, अमोल बगाडे, ज्ञानेश्वर इसल, लखन मनोहने, उमेश दिघे, अभिजीत देशपांडे, हरिश राउत, रोहन रामटेके, सतीश गोंडाणे, अतुल खंडारे, संदीप वानखडे, प्रफुल महल्ले, प्रशांत देशमुख, नीलेश चौधरी, अमोल टेटू, महेश जवंजाल, गजानन वाघ, मुरली वर्मा, सूरज भालेराव ने किया है.