अमरावतीविदर्भ

अब प्रोटोकॉल के अनुसार होगी कोरोना टेस्ट

तीन गुटों में विभाजीत किया गया

  • हाईरिस्क व फॉरेन रिटर्न के लिए ही आरटी-पीसीआर

अमरावती जिले में एक ही मरीज की दो से तीन कोरोना टेस्टिंग की जा रही है. जिसकी वजह से कोविड लैब पर काम का बोझ तथा सरकारी तिजोरी पर आर्थिक बोझ लगातार बढ रहा है. जिसके चलते अब केंद्र सरकार के मार्गदर्शक निर्देशानुसार प्रत्येक व्यक्ति का प्रोटोकॉल निश्चित किया गया है. इसके अनुसार ही टेस्टींग करने और एक ही व्यक्ति की एक से अधिक बार टेस्टिंग नहीं करने को लेकर राज्य स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने सभी जिलाधिश व स्वास्थ्य महकमे के नाम आदेश जारी किये है.

ज्ञात रहें कि, इस समय चहुंओर कोरोना संक्रमित मरीज बढ रहे है. जिनकी कोविड टेस्ट करने के लिए आयसीएमआर ने मार्गदर्शक निर्देश जारी किये है. इन निर्देशों तथा संक्रमित मरीजों के स्वरूप को देखते हुए टेस्ट हेतु अब ‘अल्गोरिदम‘ तैयार किया गया है. जिसके तहत अब कोविड टेस्ट करने हेतु कोरोना संदेहित मरीजों को तीन गुटों में विभाजीत किया गया है.

जारी निर्देशों में कहा गया है कि, मनोरूग्णालय में भरती होनेवाले मरीजों को पहले एक हफ्ता कोरोंटाईन में रखा जाये. फिर उसकी एंटीजन टेस्ट करायी जाये और टेस्ट रिपोर्ट के आधार पर उसे आयसोलेशन वॉर्ड अथवा अस्पताल के संबंधित वॉर्ड में भरती कराया जाये. इसी तरह जेल में लाये जानेवाले कैदियों को एक सप्ताह तक कोरोंटाईन किया जाये. पश्चात एंटीजन टेस्ट करवाते हुए रिपोर्ट के अनुसार आयसोलेशन व कोविड अस्पताल या जेल वॉर्ड में रखा जाये.

 ऐसा है टेस्टिंग का विभाजन

  • रैपीड एंटीजन – जिन लोगों को इलाज के लिए तुरंत टेस्ट व रिपोर्ट की जरूरत है, उनकी एंटीजन टेस्ट की जायेगी. ऐसे मरीजों के संदर्भ में आधे घंटे के भीतर निर्णय लिया जा सकता है.
  • आरटी-पीसीआर – रैपीड एंटीजन टेस्ट की रिपोर्ट निगेटीव आने के साथ ही लक्षण रहनेवाले मरीजों, कोरोना पॉजीटिव के हाईरिस्क कॉन्टैक्ट में आनेवाले लोगोें तथा विदेश से लौटनेवाले लोगोें की ही आरटी-पीसीआर टेस्ट की जायेगी.
  • ट्रुनेट – ‘ब्रॉट डेड‘ यानी अस्पताल में पहुंचने तक मृत हो चुके मरीजों, प्रसूति हेतु लायी गयी गर्भवति महिलाओं तथा इमरजन्सी ऑपरेशनवाले मरीजों की टू्रनेट टेस्ट करवायी जाये. ऐसे निर्देश जारी किये गये है.

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