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अब दुल्हे राजा की एंट्री शानदार विंटेज कारों के साथ

महंगे वाहनों के साथ हो रहा दुल्हा-दुल्हन का विवाह मंडप में प्रवेश

अमरावती/दि.27– अमूमन दुल्हे को घोडे पर बिठाकर उसकी बारात निकाली जाती है. किंतु बदलते वक्त के साथ-साथ बारात का भी स्वरूप बदलने लगा है और विगत कुछ वर्षों के दौरान घोडे की बजाय आलीशान व चमचमाती महंगी कारों के साथ दूल्हे की बारात निकालने और दूल्हे को शानदार विंटेज कार में बिठाकर विवाह स्थल पर लाने का चलन बढ गया है.
उल्लेखनीय है कि, इससे पहले दूल्हे की बारात निकालने के लिए घोडा या घोडी बुक करने के लिए भी काफी दौड-भाग हुआ करती थी. फलां घोडेवाले के यहां का ही घोडा होना चाहिए, सफेद घोडा ही मिलना चाहिए. घोडा नहीं, बारात में घोडी होनी चाहिए जैसे संवाद शादी-ब्याहवाले घरों में जरूर सुनाई देते थे. इसमें भी कुछ लोगों द्वारा यह सलाह दी जाती थी कि, घोडे की क्या जरूरत है, अपनी कार में दूल्हे को ले जायेंगे. गर्मी के दिनों में कहां घोडा बुक किया जाये.
उल्लेखनीय है कि, दूल्हे को विवाह स्थल तक लाने हेतु घोडे अथवा गाडी के प्रयोग का काफी महत्व होता है. इन दिनों मंगल कार्यालयों या लॉन के प्रवेश द्वार तक घोडे से और वहां से मंच तक ऑडी, बीएमडब्ल्यू, जगवार व मर्सिडीज जैसी महंगी गाडियों से विशेष एंट्री करने का ट्रेंड आ गया है. वहीं इन दिनों पुराने जमाने के दौरान प्रयोग में लायी जानेवाली विंटेज कारों का भी बारात में प्रयोग होने लगा है. जिसके चलते अब ऐसी गाडियों की काफी मांग होने लगी है और शहर में ऐसी महंगी गाडियां प्रति घंटे के किराये पर उपलब्ध करायी जाती है. जिनके लिए प्रति घंटे 20 से 25 हजार रूपये का किराया भी अदा करना पडता है. लेकिन ‘शौक’ बडी चीज है कहते हुए कई लोगबाग इस खर्च का वहन हंसी-खुशी करते है. ऐसे में दूल्हे राजा का ब्राण्डेड गाडियों से विवाह मंडप में प्रवेश का फार्म्यूला अच्छा-खासा हिट हो रहा है.

* डोली और बुलेट का भी चलन बढा
इन दिनों जहां एक ओर दूल्हे की बारात को भव्य-दिव्य व शाही बनाने के लिए तमाम तरकीबे होती जा रही है, वहीं दुल्हन को भी विवाह मंडप में लाने के लिए कई नये प्रयोगोें पर अमल किया जा रहा है. जिसके तहत दूल्हन को लाने के लिए इन दिनों डोली का प्रयोग हो रहा है. जिसके तहत डोली के आगे दो लोग तुतारी बजाते हुए चलते है और डोली के पीछे सेवक चलते है. वहीं बीच में डोली पकडे हुए कहार और आसपास भाई-बहन व सखी-सहेलियों ऐसा पूरा माहौल किया जाता है. ऐसी ब्रैण्ड एंट्री के समय विशेष गीत-संगीत बजाते हुए रॉयल वेडिंग का अनुभव कराया जाता है. इसके साथ ही विवाह समारोह के बाद आयोजीत होनेवाले स्वागत समारोहों में नवदम्पति के बुलेट पर सवार होकर आने का प्रमाण भी इन दिनों बढ गया है. ऐसी सभी वजहों के चलते कोविड काल के दौरान छाई मनहूसियत दूर हो रही है और अब विवाह समारोहों से पहले की तरह कई लोगों को रोजगार मिल रहा है.

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