अमरावती प्रतिनिधि/दि.२८ – कोरोना संक्रमण दिन ब दिन बढने के कारण रोगप्रतिकार शक्ति बढाने के लिए चिकन, अंडे खाने की सलाह स्वास्थ्य यंत्रणा की ओर से दिये जाने के कारण मुर्गी पाल व्यवसाय फिलहाल तेजी पर है. चिकन के दाम प्रतिकिलो २०० रुपए व अंडे का प्रति नग ७ रुपए तक जा पहूंचने से कोेरोना काल में मुर्गी पालन व्यवसाय को अच्छे दिन आये है, लेकिन ग्राहकों के जेब ढिली हो रही हैं. कोरोना वायरस प्रादुर्भाव रोकथाम के लिए अनेक लोग आहार को लेकर जागृत हो चुके है. इसलिए पोष्टिक आहार पर ध्यान दिया जा रहा है. चिकन व अंडों में बडे पैमाने में प्रोटीन पाये जाने के कारण इन चिकन और अंडे ग्राहकों की पहली पसंद बन गई है. कोरोना प्रभावित मरीजों को हर दिन आहार में अंडे दिये जा रहे है, इसलिए बडी मात्रा में अंडे व चिकनी की मांग बढ गई हैं. अंडे के दाम प्रति नग ७ रुपए प्रति तो चिकन प्रति किलो २०० रुपए किलो हुआ है. कोरोना के शुरुआती दौर में चिकन और मटन को लेकर गलत फहमी निर्माण हुई थी, इसलिए चिकन व अंडे के दाम गिरावट आयी थी. ५० से ६० रुपए किलो दाम से चिकन और २ से ३ रुपए दाम में अंडे बेचे गए. इसी के चलते मुर्गी पालन व्यवसायी बर्बाद हो गए थे. जैसे ही स्वास्थ्य विभाग व्दारा इम्युनिटी पॉवर बढाने के लिए अंडे व चिकन लाभदायी होने की बात कहने के बाद चिकन व अंडों के दामों में वृध्दि हो गई है. जिस समय चिकन व अंडों की ओर लोगों ने मुंह फेरा था उस सयम मटन की मांग बढी थी और मंटन के दामों ने आसमान छू लिया था. प्रति किलो ७००-८०० रुपए दाम से मटन बेची जा रही थी. लोगों व्दारा चिकन और अंडे की मांग बढने से अब पोल्ट्री फार्म वालों के अच्छे दिन आ गए है. मांग बढने से चिकन व अंडों के दामों में भी बढोत्तरी होने का नजारा दिखाई दे रहा है. अमरावती जिल में कोरोना मरीजों की संख्या में वृध्दि होकर हर दिन में २०० के उपर पॉजिटीव आ रहे है. मरीजों के इलाज के लिए कोविड अस्पताल, कोविड केअर सेंटर में मरीजों को पोष्टिक आहार दिया जाता है. उस पोष्टिक आहार में अंडे, दूध, दही का समावेश है. बीते महिने में अंडों की चिलर बिक्री दर ५ रुपए प्रति अंडा था, लेकिन मांग बढने से प्रति नग पर २ रुपए बढने से अब ७ रुपए प्रति नग अंडा बेचा जा रहा है और चिकन १७० से १८० रुपए प्रति किलो बेचा जाता था अब सीधे २०० रुपए प्रति किलो बिका जा रहा है. परंतु मटन के दाम फिलहाल ६०० रुपये पर ही स्थिर है.
सोशल मीडिया व्दारा जनजागृति
कोरोना महामारी के काल में सोशल मीडिया के माध्यम से नागरिकों को पोष्टिक व सकस आहार का महत्व समझाया जा रहा है. उसके लिए फलों के साथ ही आहार में अंडे व चिकन का समावेश रहना बेहद जरुरी है, ऐसा भी संबोधन व्दारा बताया जा रहा है. इसलिए कोरोना संक्रमित मरीजों के साथ ही अन्य नागरिक भी प्रोटीन प्राप्त करने के लिए अंडे व चिकन का सेवन कर रहे है.